राजधानी में युवाओं की सार्थक पहल, मदद का निकाला ये तरीका..

राजधानी में युवाओं की सार्थक पहल, मदद का निकाला ये तरीका..

निर्भया केस के घाव अभी भरे नहीं थे कि देश के सामने हैदराबाद और उन्नाव जैसे मामले आ खड़े हुए। जिनके बारे में सुनकर हर किसी की आंखें नम हो गईं और सीने में बदले के अंगारे धहक गए। इस तरह की घटनाओं से दु:खी होकर जयपुर के यूथ ने कुछ करने की ठानी है। उनका कहना है कि ‘खुद बदलो तो देश बदलेगा।’

जी हां, यह किसी नेता या पार्टी की पंच लाइन नहीं, आम आदमी की सोच है। युवा की हुंकार है जो महिलाओं पर आए दिन हो रहे अत्याचारों से इतना व्यथित हो चुका है कि अब खुद ही आगे आने की ठान ली है। सरकार और पुलिस की कार्यप्रणाली से परेशान युवा अब खुद ही अपनी बहनों के लिए खड़ा हो गया है। इसी सोच को लिए वह सोशल मीडिया को हथियार बना रहा है। जिसमें वे अपना मोबाइल नंबर देकर हर उस युवती या महिला से कह रहें हैं कि हम तुम्हारे साथ हैं। किसी भी परेशानी में आप किसी भी समय हमसे मदद मांग सकती हैं। इस तरह का ये मैसेज सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है और लोग इसे फॉलो भी कर रहे हैं।

इन्हीं में से जयपुर के ऐसे कुछ युवाओं से हमने बात की —

अपनी फेसबुक वॉल पर ऐसी ही पोस्ट ड़ालने वाले झोटवाड़ा निवासी ‘हिमांशु’ बताते हैं कि आज चोरी की तरह ही रेप की घटनाएं सामने आने लगी हैं। इनको देखकर मन में यही ख्याल आता है कि हमारी भी कुछ जिम्मेदारी बनती है। आजकल हर कोई सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता है। इसलिए मैंने यह मैसेज डाला है। ​हम दोस्तों के साथ मिलकर हर एरिया में ऐसी ही टीम बनाने की सोच रहे हैं, जो मुश्किल में फंसी किसी भी बहन को जल्दी से जल्दी मदद कर सकें।

वहीं मानसरोवर के ‘कविराज’ बताते हैं कि मैं अगर दूसरों से उम्मीद करता हूं कि वे मेरी बहन से अच्छा व्यवहार करें और उसकी सुरक्षा करें तो मुझे खुद को भी पहले ऐसा करना होगा। मैं अन्य युवाओं से यही चाहता हूं कि वे
यदि किसी की भी मदद कर सकें तो जरूर करें। जिससे किसी भी परेशानी चाहे वो छेड़छाड़ हो या कोई अन्य परेशानी में फंसी किसी की भी बहन, मां या पत्नी की सहायता की जा सके।

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