राजस्थान विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान माहौल शायराना बना हुआ था। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान उनका निशाना बार-बार सचिन पायलट की ओर जा रहा था। ऐसे में सचिन पायलट से रहा नहीं गया और उनके भाषण के बीच में ही उन्हें टोकते हुए ऐसा जवाब दिया कि विधानसभा में मौजूद पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्य देखते रह गए। किसी को भी अंदाजा नहीं था कि पायलट इस कदर भी जवाब दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ‘राठौड़ साहब बार-बार मेरा नाम ले रहे हैं। अध्यक्ष जी जब आपने मेरी सीट में बदलाव किया। इसको लेकर मैं कोई ज्यादा बात नहीं करना चाहता, लेकिन पहले जब मैं वहां बैठता था तो सुरक्षित था, सरकार का हिस्सा था। फिर मैंने सोचा कि अध्यक्ष महोदय ने मेरी सीट यहां क्यों रखी है। दो मिनट सोचा और फिर देखा कि ये सरहद है इधर पक्ष है और उधर विपक्ष है और सरहद पर किसको भेजा जाता है? सबसे मजबूत योद्धा को भेजा जाता है।
आज इस विश्वासमत में जो चर्चा हो रही है। उसमें बहुत सी बातें बोली गईं और बहुत सी बातें बोली जाएंगी। समय के साथ-साथ सब बातों का खुलासा होगा। आज मैं भाषण देने के लिए खड़ा नहीं हुआ हूं अध्यक्ष महोदय! मैं इतना ही कहना चाहता हूं कि जो कुछ कहना था, सुनना था, चाहे मैं हूं या फिर मेरा कोई साथी हो। हम लोगों ने जिस डॉक्टर के पास अपनी मर्ज को बताना था। वो बता दिया।
इलाज कराने के बाद हम सब सवा सौ लोग एक साथ सदन के अंदर खड़े हैं और जब सदन के अंदर सब लोग आए हैं तो कहने सुनने वाली बातों से परे हटकर आज वास्तविकता पर ध्यान देना पड़ेगा। धरातल पर जब हमने कल संकल्प लिया, बैठकर बातें करीं और सारी बातें खत्म करके जब सदन में कदम रखा है तो इस सरहद पर कितनी ही गोलाबारी हो हम सब लोग और मैं कवच और ढाल, गदा और भाला बनकर यहां सुरक्षित रखूंगा। मैं आपको बताना चाहता हूं।’ फिर क्या था तालियां तो बजनी ही थीं।