राहु ग्रह 23 सितंबर को मिथुन राशि से वृष राशि में गोचर करेगा। राहु का यह राशि परिवर्तन इस साल की सबसे बड़ी ज्योतिषीय घटनाओं में से एक होगी। इसी प्रकार, केतु का गोचर 23 सितंबर को ही सुबह 7:38 बजे धनु राशि से वृश्चिक राशि में होगा। इसका कई राशियों पर शुभ और अशुभ दोनों तरह का प्रभाव पड़ेगा। इसे मंगल का छाया ग्रह माना जाता है।
कोरोना का असर कम होने की संभावना :
ज्योतिषाचार्य पंडित हरीश शर्मा ने बताया कि राशि परिवर्तन से कोरोना का असर न्यूनतम स्थिति में आने की संभावना है। राहु के राशि परिवर्तन से अचानक लाभ, अचानक कष्ट या नुकसान देखने को मिल सकता है। देश के विकास में सहायक होगा मगर सत्ता पक्ष में बेचैनी बढ़ाएगा। बता दें राहु में जहां शनि के गुण होते हैं तो वहीं केतु में मंगल के गुण हैं।
यह पड़ेगा राशियों पर असर :
मेष: शुभ परिणामकारी रहेगा। साहस में वृद्धि होगी।
वृषभ: आर्थिक जीवन प्रभावित होगा। परिवार में कलह।
मिथुन: शारीरिक और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
कर्क: विदेश यात्रा पर जाने की संभावना बन रही है।
सिंह: शुभ रहेगा। आमदनी में इजाफा होगा।
कन्या: कार्यक्षेत्र में बाधाओं का सामना करना पड़ेगा।
तुला: राहु की दृष्टि किस्मत के सितारों को कमजोर करेगी।
वृश्चिक: उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों को फायदा होगा।
धनु: व्यापार में नुकसान, लाइफ पार्टनर से मतभेद।
मकर: कर्ज में वृद्धि हो सकती है। शत्रु हावी रहेंगे।
कुंभ: संतान को परेशानियां हो सकती हैं। प्रेम जीवन में समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
मीन: माताजी को शारीरिक परेशानियां हो सकती है।