क्रिप्टोकरेंसी का बाजार पिछले काफी समय से आसमान छू रहा है। बिटकॉइन की बात करें तो इसने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। हाल ही में बिटकॉइन करेंसी की कीमत 40,000 डॉलर के पार पहुंच गई थी। जिसको लेकर भारत में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजेज (Cryptocurrency Exchanges) ने सकते में आईं और कई संदिग्ध अकाउंट्स को फ्रीज करना कर दिया गया। इस दौरान CoinDCX जो कि देश की एक प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है ने करीब 4 अकाउंट्स को फ्रीज किया है।
क्यों किया फ्रीज?
बता दें कि भारत में क्रिप्टोकरंसी के लिए कोई एक्सचेंज रेगुलेशन या KYC की सुविधा नहीं है। ऐसे में कई एक्सचेंज फर्जी अकाउंट्स के जरिए आर्टिफिशियल तरीके से क्रप्टोकरंसी के भाव चढ़ा देते हैं। इससे रिटेल इन्वेस्टर्स को लाभ मिलता है। ऐसे में अब कई देश इस संबंध में KYC नियम लेकर आ रहे हैं।
KYC को लेकर मिल रहे प्रस्ताव :
हाल ही में यूएस फाइनेंशियल क्राइम्स एनफोर्समेंट नेटवर्क यानी US FINCIN अनिवार्य KYC का प्रस्ताव लेकर आया है। ऐसे में यदि कोई 3,000 डॉलर से अधिक की क्रिप्टोकरंसी का एक्सचेंज करता है तो उसे KYC नियमों को पूरा करना होगा। जो कि अनिवार्य होगा। इसके बगैर कोई भी क्रिप्टोकरंसी को न तो खरीद सकेगा और न ही उसे बेच पाएगा।
क्या है वजह?
शुक्रवार को बिटकॉइन की कीमत 40,065 डॉलर के पार पहुंच गई थी। यदि हिसाब लगाया जाए तो यह कीमत पिछले 1 महीने के भीतर ही दोगुनी से अधिक हो चुकी है। यदि क्रिप्टोकरेंसी के पूरे मार्केट कैप की बात करें तो ये एक ट्रिलियन डॉलर यानी 1 लाख करोड़ के पार हो चुका है। जो कि अपने आप में किसी रिकॉर्ड से कम नहीं है। जानकारों की मानें तो इसके पीछे रिटेल ट्रेडर्स, क्वांट फंड्स Quant Funds की बढ़ती मांग और ट्रेंड्स के साथ ही संस्थागत निवेशकों को बड़ी वजह माना हैं।