Jaipur. मंत्री जी आपके टारगेट के हिसाब से रोजड़े आएंगे क्या?.. स्पीकर बोले ये बताना है कि गौशालाओं को पैसा दिया गया या नहीं?.. सॉरी सर, मैं भी इंसान हूं, गलती हो जाती है… जी हां ऐसे ही कुछ सवाल हैं जिनके जवाब में गहलोत सरकार के होनहार मंत्रीजी जबाव दे गए। इन दिनों राज्य विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। प्रश्नकाल के दौरान अपने विभाग से संबंधित प्रश्न लगने पर सदन में मौजूद होकर सदस्यों के सवालों का जवाब देना होता है, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा। कुछेक मंत्रियों को छोड़कर बाकी मंत्री सदन में उपस्थित तो हो जाते हैं मगर आधी अधूरी जानकारी के चलते ठीक से जवाब नहीं दे पाते। ऐसे में उन्हें विपक्ष और स्पीकर की नाराजगी से दो-चार होना पड़ता है।
विपक्ष के हमलों से सवालों के कटघरे में मंत्री जी…
सवाल — मावली विधायक धर्म नारायण जोशी ने पूछा कि गौ संरक्षण के लिए किस मद में कितनी राशि मिली और अब तक कहां कितनी राशि खर्च हुई है?
जवाब — सदन में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल प्रतिपक्ष के आरोपों का जवाब नहीं दे पाए तो पिछली सरकार में गौ संरक्षण का हिसाब गिनाने लग गए।
सवाल — नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने पूछा कि जून 2019 के बाद गौ शालाओं के लिए कितना बजट दिया?
जवाब — धारीवाल खर्च का ब्यौरा देने के बजाय गौ संरक्षण अधिभार में स्टांप व शराब पर सेस से मिले 2259 करोड़ का हिसाब बताने लग गए।
इसके बाद स्पीकर को टोकना पड़ा कि सदस्य का प्रश्न है कि जून 2019 के बाद गौशालाओं को पैसा दिया गया या नहीं? तब कहीं जाकर धारीवाल ने कहा कि इसका रिकॉर्ड उनके पास नहीं है। बाद में भिजवा देंगे। इसके बाद बारी आई वन मंत्री सुखराम विश्नोई की।
सवाल — उदयपुर ग्रामीण से बीजेपी विधायक फूल सिंह मीणा ने नीलगाय रोजड़ों द्वारा फसलों को नष्ट करने का मुद्दा उठाया?
जवाब — वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने कहा कि रोजड़ों से बचाने के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत तारबंदी का लक्ष्य है। इसमें किसानों को भी लागत का 50 प्रतिशत खर्चा वहन करना होगा। ये तारबंदी टारगेट के हिसाब से करवाई जाएगी।
मंत्री बोले सॉरी सर!
इस पर सदस्य ने तंज कसा कि मंत्रीजी आपके टारगेट के हिसाब से रोजड़े आएंगे क्या? इसके अलावा रायसिंहनगर के गांवों में भूमि चकबंदी को लेकर पूछे गए सवाल पर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी किसी दूसरे ही सवाल का जवाब पढ़ने लग गए। इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने मंत्री को टोकते हुए कहा कि वे गलत जवाब पढ़ रहे हैं तो चौधरी बोले ‘सॉरी सर, मैं भी इंसान हूं, गलती हो जाती है।’