– पूजा के समय महिलाएं ये कभी न करें
अधिकांशत: लोग समझते हैं कि हनुमान जयंती की तिथि मंगलवार अथवा शनिवार को ही पड़ती है। मगर ऐसा बिलकुल भी नहीं है। कहते हैं हनुमान जी का जन्म चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा को हुआ था। इसलिए इसी दिन को पवन पुत्र के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। हनुमान जी को कलयुग का देवता भी कहा जाता है। इसीलिए लोगों के मन में इनके लिए मान्यता और अधिक बढ़ जाती है। जो लोग हनुमान जी को मानते हैं, उनके लिए कुछ नियम और पूजा की विधियां बताई गई हैं। यदि उनके अनुसार आज के दिन हनुमान जी की पूजा अर्चना की जाए तो बेहद लाभ मिलता है।
कहते हैं हनुमान जी बहुत ही सरल स्वभाव के थे। इसलिए शांतिप्रिय भक्त ही उन्हें पसंद आते हैं। इसलिए भूलकर भी मंगलवार, शनिवार के साथ ही हनुमान जयंती के विशेष दिवस पर क्रोध को अपने नजदीक न आने दें। पूजा में हनुमान जी के समक्ष कभी भी चरणामृत का प्रयोग नहीं करें। साथ ही उपवास करने वाले व्यक्ति को इन दिनों में नमक का सेवन करना भी पूर्णत: निषेध माना गया है।
इसके अलावा सबसे अहम बात ये है कि हनुमान जयंती के दिन व्रत या उपवास रखने वाले व्यक्ति को दिन में भूलकर भी नहीं सोना चाहिए। हो सके तो दिन में ज्यादा से ज्यादा राम के नाम का जप करें अथवा हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं।
यदि आप महिला हैं तो विशेषतौर पर ध्यान रखें कि हनुमान जी की प्रतिमा को कभी स्पर्श न करें। क्योंकि हनुमान जी बचपन से ही ब्रह्मचारी थे।