– न्यू ईयर ला रहा है इस बार खुशियों की सौगात
दिसम्बर आते ही हम सभी 1 जनवरी यानि न्यू ईयर का इंतजार शुरू कर देते हैं। तब ख्याल आता है नया साल हमारे लिए रहेगा कैसा? आने वाले नए साल 2020 और 25 मार्च से शुरू हो रहे भारतीय नव संवत्सर विक्रम संवत 2077 में अनूठा संयोग बन रहा है। इन दोनों की ही शुरुआत बुधवार से होगी। ज्योतिषियों की मानें तो नवसंवत्सर में 9 ग्रहों के बीच बनने वाले मंत्रिमंडल में इस वर्ष बुध राजा और चंद्रमा मंत्री रहेंगे। जिससे पूरे वर्ष बुधदेव का आधिपत्य रहेगा। अंग्रेजी नववर्ष का शुभारंभ कन्या लग्न में होगा, जिस पर बुध का आधिपत्य है। यह राशि महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती है, इसलिए पूरे वर्ष महिलाओं का प्रभाव बढ़ेगा। यह भी संयोग ही है कि अंग्रेजी
नववर्ष 1-1-2020 का कुल योग भी 6 है। पंडितों की मानें तो बुध के राजा रहते धर्म व अध्यात्म क्षेत्रों का विस्तार होगा और लोगों का इसमें जुड़ाव बढ़ेगा, लेकिन राजनीतिक हालात संतोषजनक नहीं रहेंगे।
युवाओं के लिए बढ़ेगा रोजगार :
बुध को नवग्रहों में राजकुमार का दर्जा प्राप्त है, इसलिए युवाओं को इस वर्ष रोजगार के अवसर मिलने की सम्भावना है। बुध का आधिपत्य रहने के कारण इस पूरे वर्ष विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं के सम्मान व प्रभाव में बढ़ोतरी होगी। शतभिषा नक्षत्र में नया साल शुरू होने से पूरे वर्ष बुधवार के दिन कई अहम फैसले भी किए जा सकते हैं।
किसानों के लिए होगा लाभदायी :
रवि व सिद्धि योग दोनों ही नव वर्षों के पहले दिन की शुभता में बढ़ोतरी करने वाले होंगे। यह योग किसानों के लिए भी शुभ है। 25 मार्च को विक्रम नवसंवत्सर 2077 का भी शुभारंभ होगा। इस दिन बुधवार है जो पर्यावरण से
संबंध रखता है। जिस कारण पर्यावरण के क्षेत्र में सुधार आएंगे और कृषक परिवारों में धन-धान्य की आवक बढ़ेगी।
दिसंबर में सूर्य ग्रहण :
25 दिसंबर को धनु राशि में सूर्य, बुध, गुरू, शनि, केतु व चंद्रमा एक साथ रहेंगे। यह षठ्ग्रही योग रहेगा।
ज्योतिषियों के अनुसार धनु राशि में किन्हीं 6 ग्रहों का यह योग करीब एक दशक बाद बन रहा है। धनु में 6 ग्रह रहने का सर्वाधिक असर मौसम व राजनीति पर पड़ेगा। 26 दिसंबर को कंकणाकृति सूर्यग्रहण भी रहेगा, जो भारत में दिखेगा।