श्री प्रमादी नाम संवत्सरे श्री विक्रमी संवत 2077 श्री शक संवत् 1942 अश्विन कृष्ण पक्ष दशमी शनिवार, ईस्वी 12 सितंबर 2020, श्री सूर्य नारायण दक्षिणायण, वर्षा ऋतु।
चंद्रमा दिन रात मिथुन राशि पर संचार करेगा।
मेष: व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। धन, सम्मान, यश और कीर्ति में वृद्धि होगी। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी। पुराने मित्र से भेंट होगी।
वृष: व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। उच्च अधिकारी का सहयोग मिलेगा। रिश्तों में मधुरता आएगी। यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद होगी। बिगड़े कार्य बनेंगे।
मिथुन: किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा। भाग्यवश सुखद समाचार या महत्वपूर्ण जिम्मेदारी प्राप्त होगी। व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। किसी प्रियजन से अचानक भेंट होगी।
कर्क: आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। जीवनसाथी का सहयोग और सानिध्य मिलेगा। संबंधों में निकटता आएगी। व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होगा। कारोबार में निवेश करना लाभप्रद रहेगा।
सिंह: बहुप्रतीक्षित कार्य के संपन्न होने से आपके प्रभाव तथा वर्चस्व में वृद्धि होगी। बुद्धि कौशल से किया गया कार्य संपन्न होगा। यात्रा के सुखद रहने की संभावना है।
कन्या: पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। निजी संबंध प्रगाढ़ होंगे। राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति होगी। मैत्री संबंध प्रगाढ़ होंगे। रिश्तों में मधुरता आएगी। प्रियजन से भेंट होगी।
तुला: पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। गृह कार्य में व्यस्त रहेंगे। संबंधों में निकटता बरकरार रहेगी। दूसरों से सहयोग लेने में सफल रहेंगे।
वृश्चिक: उच्च अधिकारी से सहयोग लेने में सफल होंगे। जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। निजी संबंध प्रगाढ़ होंगे।
धनु: रचनात्मक प्रयास फलीभूत होंगे। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। गृह कार्य में व्यस्त हो सकते हैं। संबंधों में निकटता आएगी। पुराने दोस्त से अचानक भेंट होगी।
मकर: उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होगा। यात्रा पर जाने की संभावना है।
कुंभ: संबंधों में निकटता आएगी। व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होगा। किसी कार्य के संपन्न होने से आपके प्रभाव तथा वर्चस्व में वृद्धि होगी। महिला अधिकारी से सहयोग मिलेगा।
मीन: यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद होगी। जीवनसाथी का सहयोग और सानिध्य मिलेगा। व्यावसायिक योजना फलीभूत होगी। बिगड़े कार्य बनने की संभावना है।