Bigg Boss बिग बॉस 15 को चलते हुए करीब 7 हफ्तों का समय हो चुका है। इन 7 हफ्तों में कई कंटेस्टेंट शो से बाहर हुए हैं तो कई ने वाइल्ड कार्ड एंट्री के जरिए बिग बॉस के घर में प्रवेश किया है। जिनकी वजह से घर में ड्रामा कई गुना बढ़ गया। जिसके चलते घर के सदस्यों को जेल की हवा खानी पड़ गई। तो चलिए जानते हैं आखिर में क्या है पूरा मामला..
दरअसल मामला बिग बॉस के घर में बनी जेल का है। इस बार घर में बनी जेल का दरवाजा 7वें हफ्ते में खुला है। बिग बॉस ने वीआईपी मेंबर्स (VIP Members) करण कुंद्रा (Karan Kundra), तेजस्वी प्रकाश (Tejasswi Prakash), विशाल कोटियन (Vishal Kotian), उमर रियाज (Umar Riaz) और निशांत भट्ट (Nishant Bhatt) को स्पेशल पॉवर देते हुए उन्हें एक टास्क दिया है। जिसमें उन्हें बताना था कि वो घर में रहना क्यों डिजर्व करते हैं और दूसरे कंटेस्टेंट को क्यों जेल जाना चाहिए?
आपस में उलझे वीआईपी मेंबर्स
इस टास्क के दौरान वीआईपी मेंबर्स आपस में ही उलझ गए। विशाल, उमर, तेजस्वी और निशांत में जमकर बहस हुई। निशांत का कहना था कि अगर प्रतीक को लग रहा है कि नेहा को जेल नहीं जाना चाहिए, और वो खुद जेल जाना चाहता है, तो उसे जाने देना चाहिए। दरअसल सबसे पहले जय भानुशाली (Jay Bhanushali) और प्रतीक सहजपाल (Pratik Sehajpal) एक-दूसरे के सामने आए। जय भानुशाली ने कहा कि मैं जेल जाना डिजर्व नहीं करता हूं। इसके बाद उन्होंने प्रतीक का नाम लिया। दोनों में इस बात को लेकर बहस हुई। बहस के आधार पर वीआईपी सदस्यों ने जय को जेल नहीं भेजने का फैसला किया।