बॉलीवुड की बड़ी बड़ी हीरोइनों को अपने इशारों पर नचाने वाली मशहूर कोरियोग्राफर सरोज को कौन नहीं जानता। बता दें कि सरोज खान का जन्म 22 नवंबर 1948 में हुआ था। महज 3 साल की उम्र में ही उन्होंने बतौर बाल कलाकार काम करना शुरू कर दिया था। तब से लेकर आज तक सरोज खान हजारों सॉन्ग्स को कोरियोग्राफ कर चुकी थीं।
कम ही लोगों को पता है कि सरोज खान का असली नाम निर्मला नागपाल था। उनके पिता का नाम किशनचंद सद्धू सिंह और मां का नाम नोनी सद्धू सिंह था। बाद में जब इन्होंने इस्लाम धर्म कुबूल किया तो सरोज खान के नाम से पहचानी गईं।
बता दें कि शुक्रवार को ही 71 साल की उम्र में सरोज खान का इंंतकाल हो गया। पिछले कई दिनों से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उसके बाद उन्हें मुंबई के गुरुनानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां गुरुवार देर रात करीब 2 बजे कार्डिएक अटैक की वजह से उनका देहांत हो गया।
13 की उम्र में 41 साल के सोहनलाल ने की शादी :
जब सरोज खान की शादी हुई तो उनकी उम्र महज 13 साल की थी। उनकी शादी मास्टर बी. सोहनलाल से हुई जिनकी उम्र उस समय करीब 41 साल थी। वह सरोज को डांस सिखाते थे। एक दिन उन्होंने सरोज के गले में काला धागा बांध सरोज से शादी कर ली। सोहनलाल की यह दूसरी शादी थी और ये बात उन्होंने सरोज खान से छुपाई थी।
इतना ही नहीं पहली शादी से सोहनलाल के 4 बच्चे थे। उन दिनों सरोज स्कूल में पढ़ा करती थीं। ये बात उन्होंने खुद अपने एक इंटरव्यू में कही थी। शादी के एक साल बाद 14 वर्ष की उम्र में सरोज मां बन गई थीं। 1963 में उन्होंने हामिद उर्फ राजू खान को जन्म दिया।
सोहनलाल ने बच्चों को नाम देने से कर दिया मना :
बेटा होने के बाद सरोज खान को पता चला कि सोहनलाल की यह दूसरी शादी थी। इससे पहले तक उन्हें सोहनलाल की शादीशुदा जिंदगी के बारे में पता ही नहीं था। 1965 में सरोज ने दूसरे बच्चे को जन्म दिया, लेकिन वह 8 महीने ही जी सका और उसकी मौत हो गई। इसके बाद सोहनलाल ने सरोज को अपना नाम देने से ही मना कर दिया।
इसके बाद से दोनों के बीच दूरियां बढ़ती चली गईं। सोहनलाल से अलग होने के बाद 1975 में सरोज खान ने सरदार रोशन खान से दूसरी शादी की। इसके बाद उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया। उनकी बेटी सुकैना खान भी डांस टीचर है और दुबई में अपना डांसिंग स्कूल चलाती है।
ये सुपहिट सॉन्ग किए कोरियोग्राफ :
मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान को बॉलीवुड में 4 दशक हो गए थे। इस दौरान उन्होंने अब तक करीब 2000 से ज्यादा गानों को कोरियाग्राफ किया था। इनमें फिल्म ‘देवदास के डोला रे डोला…, से लेकर ‘जब वी मेट का ये इश्क हाय…’ जैसे सुपरहिट सॉन्ग शामिल हैं।
पटनायक ने यूं दी श्रद्धांजलि :
मशहूर आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने पुरी के तट पर दिवंगत कोरियोग्राफर सरोज खान को अपने अंदाज में श्रद्धांजलि दी। उन्होंने रेत पर उनकी कलाकृति बनाई। जिस पर उन्होंने लिखा ‘Tribute To Saroj Khan 1948—2020’