चुनाव (Elections) जीतने के लिए उम्मीदवार को क्या-क्या नहीं करना पड़ता है। मगर कहते हैं कि जिसकी किस्मत में राज योग लिखा हो तो फिर कोई क्या ही कर सकता है। जी हां, ये मामला है राजस्थान के एक छोटे से गांव सूदाबेरी का, जो कि भारत-पाक बॉर्डर (Indo-Pak border) पर स्थित है। इसी गांव की 21 साल की एक युवा नेत्री ने प्रदेश में एक नया रिकॉर्ड (New record) कायम किया है। बता दें कि इस युवा नेत्री ने महज आठ माह के भीतर दो-दो चुनाव जीत लिए वो भी निर्विरोध और तीसरे चुनाव को जीतने के लिए मैदान है। यदि वह इसमें भी जीत दर्ज करती हैं तो अपने आप में एक और नया रिकॉर्ड होगा।
बाड़मेर जिले के सूदाबेरी गांव में 8 माह पहले 21 साल की सरिता विश्नोई निर्विरोध सरपंच चुनी गई थीं। इसके बाद जब पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव आए तो धोरीमन्ना पंचायत समिति के वार्ड 3 से समिति सदस्य के लिए नामांकन दाखिल कर दिया। किस्मत ऐसी की ग्रामीणों ने सरिता के सामने किसी विरोधी दावेदार को ही खड़ा नहीं होने दिया और यहां से भी आसानी से निर्विरोध सदस्य चुन ली गई। अब सरिता ने प्रधानी के लिए ताल ठोक दी है।
पिता का सपना किया पूरा :
सरिता सहित 4 भाई-बहन होने के कारण पिता जयकिशन चुनाव नहीं लड़ सकते थे। इसलिए उन्होंने सरिता को चुनाव मैदान में उतारा। सरिता ने अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए राजनीति में कदम रखा। बता दें कि सरिता अपने चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं। उनसे छोटे दो भाई और एक बहन है जिनकी उम्र 21 साल से कम है। गांव के लोगों ने सरिता पर भरोसा जताया और 8 माह के भीतर दो चुनाव भी जिता दिए।