टेक्नोलॉजी के विकास के साथ ही बाजार में आए दिन नए-नए गैजेट्स आपको देखने मिल जाएंंगे। इन्हीं में से एक है ईयरफोन। खासकर युवाओं की बात करें तो आजकल उनमें वायरलैस ईयरफोन्स Wireless Earphones का चलन काफी हद तक बढ़ गया है। रेल, बस, मैट्रो के अलावा किसी भी पब्लिक प्लेस पर मौजूद लोगों के कानों में ईयरफोन्स लगे देखे जा सकते हैं। मगर ध्यान रहे, अधिक समय तक इनका प्रयोग करना कानों के लिए ही नहीं बल्कि हमारे दिमाग के लिए भी हानिकारक हो सकता है।
प्रतिष्ठित अखबार में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक लगातार घंटों तक Earphones का इस्तेमाल करने से न केवल कानों में दर्द की समस्या आती है। बल्कि इससे दिमाग पर भी बुरा असर पड़ता है। बता दें कि ईयरफोन चुंबकीय तरंगों पर काम करते हैं। ऐसे में ये तरंगे मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं। इससे अक्सर नींद न आना, चिड़चिड़ापन एवं कानों में दर्द की समस्या होने लगती है।
सुनने की क्षमता पर असर :
एक स्वस्थ व्यक्ति के कानों की सुनने की क्षमता की बात करें तो ये 90 डेसीबल मानी गई है। परंतु अधिक आवाज एवं अधिक समय तक ईयरफोन्स का प्रयोग करने से हमारे कानों की सुनने की क्षमता करीब 40 से 50 डेसीबल तक कम हो जाती है। यही समस्या आगे चलकर बहरेपन की ओर ले जा सकती है।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान :
- ईयरफोन का इस्तेमाल करने से पहले उनकी सफाई जरूर करें।
- अपने ईयरफोन्स को अन्य लोगों के साथ शेयर करने से बचें।
- रोड पर चलते समय एवं वाहन चलाते वक्त ईयरफोन्स का इस्तेमाल कतई न करें।
- ईयरफोन का उपयोग करते समय आवाज कम से कम रखने का प्रयास करें।
- जरूरी काम के वक्त भी लगातार 2 घंटे से अधिक ईयरफोन/हेडफोन का इस्तेमाल न करें। इस दौरान करीब 2 से 5 मिनट का गैप जरूर दें।
- कान को एकदम पैक करने वाले ईयरफोन्स के इस्तेमाल से बचें।