जीएसएस और निर्माता कंपनी में नहीं बन पा रहा तालमेल, 33 केवी के 4 जीएसएस बनकर तैयार

जीएसएस और निर्माता कंपनी में नहीं बन पा रहा तालमेल, 33 केवी के 4 जीएसएस बनकर तैयार

अलवर. आम उपभोक्ता और किसानों को बिजली की समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए सरकार ने 4 बिजली सब स्टेशन बनाए और इन पर करीब 8 करोड़ रुपए खर्च कर दिए, लेकिन इन बिजली सब स्टेशनों पर काम शुरू नहीं होने से क्षेत्र के 8000 से ज्यादा उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं। इन स्टेशंस के चालू नहीं होने से दूसरे सब स्टेशनों पर लगातार लोड बढ़ रहा है। लोड के कारण आए दिन बिजली ट्रिप की समस्या भी बढ़ रही है। ऐसे में स्थानीय किसानों का खासा परेशानी हो रही है।

8 हजार से अधिक उपभोक्ता परेशान : बता दें कि सरकार ने रामगढ़ के रघुनाथगढ़, बंजीरका एवं उमरैण के ढ़हलाबास और हाजीपुर में जीएसएस बनवाए थे। लेकिन ये अभी तक शुरू नहीं हुए। ऐसे में रघुनाथगढ़ जीएसएस शुरू नहीं होने से आसपास के गांव में 2 हजार से अधिक उपभोक्ता, बंजीरका क्षेत्र के 2 हजार से अधिक उपभोक्ता, हाजीपुर डडीकर के 3 हजार उपभोक्ता और ढहलाबास जीएसएस शुरू नहीं होने से 1 हजार उपभोक्ता परेशान हैं।

यहां पड़ रहा अतिरिक्त भार : इन जीएसएस के शुरू नहीं होने से इनका लोड बगड़ाराजपूत के जीएसएस पर पड रहा है। यहां से फिलहाल 8 हजार उपभोक्ताओं को बिजली की सप्लाई करनी पड़ रही है। इसी तरह हाजीपुर डडीकर का जीएसएस शुरू नहीं होने से विजय मंदिर फीडर पर लोड अधिक आ रहा है। यहां ​से हाजीपुर डडीकर के 3 हजार उपभोक्ता जुड़े हुए हैं। ऐसे में कुल लोड 9 हजार उपभोक्ताओं का हो गया है। ढहलाबास का लोड भी उमरैण पर आ रहा है।

डिस्कॉम और कंपनी का कहना : इस बारे में जयपुर डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि कंपनी की ओर से कार्यपूर्ति का प्रमाण पत्र मिलते ही रघुनाथगढ और बंजीरका पर कार्य शुरू करने की अनुमति प्रदान कर देंगे। उधर कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर दीपांकर तिवाडी का कहना है कि अधिकारियों को सभी दस्तावेज दे चुके हैं ऐसे में वह अनुमति दें तो आगे का काम शुरू करें।

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