राजस्थान में जैव विविधता पर शोध करने वाले स्टूडेंट्स के लिए प्रदेश सरकार की ओर से स्कॉलरशिप देने की घोषणा की गई है। इसके लिए खुद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई ने इसके लिए मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया जल्द ही ऑनलाइन माध्यम से विज्ञान प्रौद्योगिकी की वेबसाइट पर शुरू कर दी जाएगी।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं राजस्थान राज्य जैव विविधता बोर्ड के अध्यक्ष जी.वी. रेड्डी के अनुसार छात्रवृत्ति के रूप में स्टूडेंट्स को 15 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। इसे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग एवं राजस्थान राज्य जैव विविधता बोर्ड दोनों के संयुक्त तत्वावधान में दिया जाएगा। इसके अंतर्गत सामाजिक विज्ञान, इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान एवं पर्यावरण इत्यादि विषय में एमए अथवा एमएससी करने वाले स्टूडेंट्स को जैव विविधता में शोध करने का मौका मिलेगा।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार स्टूडेंट्स के शोध की समय सीमा 6 महीने की रखी गई है। ऑनलाइन आवेदन करने के उपरांत ही स्टूडेंट्स का सलेक्शन किया जाएगा। वहीं शोध की यह सारी प्रक्रिया यूजीसी के मापदंडों के अनुसार ही पूरी होगी।