केंद्रीय माद्यमिक शिक्षा बोर्ड के विद्यार्थियों की रचनात्मकता और तर्क क्षमता को बढ़ाने के लिए 2019-2020 में होने वाली 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किये गए हैं। केंद्रीय मानव संसादन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने सोमवार को यह जानकारी लोकसभा में उठाए गए सवालों पर दी। उन्होंने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया की प्रश्नपत्र के 20 फीसदी प्रश्न बहुविकल्पीय और 10 फीसदी रचनात्मक होंगे। जिसमें से 33 फीसदी हिस्से में छात्रों को आंतरिक विकल्प दिए जाएंगे। यह कदम स्टूडेंट्स में रचनात्मक और विश्लेषणात्मक सोच को बढ़ाने के लिए लिया गया है।
ऐसा होगा सीबीएससी परीक्षा का नया प्रतिरूप
सभी विषयों में 1 अंक के 25 फीसदी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे। जिन विषयों में प्रैक्टिकल नहीं होते हैं उनमें 20 अंको का इंटरनल असेसमेंट लिया जाएगा। साथ ही पास होने की सीमा में भी बदलाव किए गए हैं। अब 10वीं कक्षा में पास होने के लिए प्रैक्टिकल और थ्योरी मिला कर 33 अंक लाने होंगे जबकि 12वीं कक्षा के छात्रों को पास होने के लिए प्रैक्टिकल, थ्योरी और इंटरनल असेसमेंट सभी में अलग-अलग 33 अंक लाने होंगे। 12वीं के छात्रों को 80 अंक की परीक्षा में 26 और 70 अंक की परीक्षा में 23 अंक न्यूनतम तौर पर लाना अनिवार्य होगा। यह बदलाव 2020 में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं से लागू किये जायेंगे।