गया. बिहार के गया में एक वफादार कुत्ते की ये कहानी किसी फिल्मी सीन से कम नहीं है। जी हां, कुत्ते की वफादारी की इस दास्तान को सुनकर फिल्म ‘तेरी मेहरबानियां’ की याद आ जाएगी। बता दें कि बिहार के गया में मालकिन की मौत के बाद एक कुत्ता/श्वान उस जगह पर करीब 4 दिनों तक भूखा-प्यासा बैठा रहा, जहां मालकिन का दाह संस्कार किया गया। इतना ही नहीं जब कुत्ते को वहां से भगाना चाहा तो उल्टे उसी ने भौंकते हुए लोगों को भगा दिया।
क्या है पूरा मामला?
मामला बिहार में गया जिले के शेरघाटी शहर के सत्संग नगर का है। जहां भगवान ठठेरा नाम के शख्स की पत्नी की मौत बीते 1 मई को हो गई थी। मौत के बाद मृतका का मोहर नदी के पास अंतिम संस्कार कर दिया गया। यहां परिजनों के साथ उनका कुत्ता भी मौजूद था। अंतिम संस्कार की प्रक्रिया के बाद सभी लोग वहां से लौट गए, लेकिन कुत्ता नहीं गया। ये कुत्ता यहां करीब 4 दिनों तक भूखा प्यासा बैठा रहा। बातचीत में पता चला कि शुरुआत में लोगों ने उस पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब लगातार 4 दिन तक एक ही स्थान पर कुत्ते को बैठे हुए देखा तो लोगों ने उसकी खोज खबर ली।
वफादारी देख लोग हैरान रह गए
स्थानीय लोगों के अनुसार कुत्ता अपनी मालकिन की मौत से इतना दु:खी था कि वह अंतिम संस्कार वाली जगह से हटना ही नहीं चाह रहा था। यही नहीं, जब कुछ लोग उसे हटाने गए तो वह उन पर भी गुस्से से भौंकने लगा। ऐसे में लोगों ने उसके वहीं खाने का इंतजाम कर दिया, लेकिन उसने कुछ खाया नहीं। यह देख लोग हैरान रह गए। करीब 5वें दिन कुत्ता अचानक वहां से गायब हो गया।