छत्तीसगढ़ सरकार ने गुरुवार को प्रदेश के किसानों के लिए राजीव गांधी किसान योजना का शुभारंभ विडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए किया। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल के साथ उनके मंत्रिमंडल के कुछ अन्य सदस्य भी मौजूद रहे। वहीं इस विडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में उन्होंने इस योजना का शुभारंभ करते हुए किसानों के खातों में पहली किश्त ट्रांसफर की।
ये भी मानते थे :
सीएम बघेल ने कहा कि राजीव गांधी का सपना था किसानों को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने का, महात्मा गांधी भी मानते थे कि देश की आत्मा गांव के किसान में बसती है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस संकट के दौर में राज्य के किसानों को सीधा लाभ मिले, इसके लिए आज राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर इस योजना की शुरुआत की जा रही है।
क्या है योजना :
इस योजना के माध्यम से प्रदेश के किसानों के लिए बड़ी राहत मिलेगी। ऐसा सरकार का मानना है। आपको बता दें कि इस योजना के माध्यम से प्रदेश के करीब 19 लाख किसानों को उनके खाते में चार किश्तों में 5,700 करोड़ रुपए की धनराशि ट्रांसफर की जाएगी। इसकी पहली किश्त आज सीएम ने ट्रांसफर कर दी है। इसमें से 3300 करोड़ रुपए किसानों को ऑनलाइन ट्रांसफर किए जाएंगे। छत्तीसगढ़ सरकार अपने बजट में पहले ही इस योजना के लिए 5100 करोड़ रुपए का प्रावधान कर चुकी है।
योजना में ये लाभ भी :
इसके अलावा सरकार तेंदु पत्ता इकट्ठा करने वाले मजदूरों को 2500 की जगह 4000 रुपए प्रति बोरा देगी। वहीं सरकार अब 8 की जगह 25 लघु वन उपजों को समर्थन मूल्य पर खरीदने की व्यवस्था करेगी। महुआ के समर्थन मूल्य को 17 से बढ़ाकर 30 रुपए किया। इसके अलावा सरकार की ओर से और भी कई तरह के लाभ इस राजीव गांधी किसान योजना के तहत जोड़े गए हैं।