माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने कोविड19 महामारी को लेकर एक बयान जारी किया है जिसने पूरी दुनिया में खलबली मचा दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में यदि कोरोना की वैक्सीन आ भी जाती है तो भी यह गारंटी नहीं है कि उसके बाद लोगों को कोरोना नहीं होगा। बता दें कि इस समय दुनियाभर के डॉक्टर्स और अब वैज्ञानिक भी इस महामारी की वैक्सीन बनाने में जुट गए हैं। दुनिया के देशों में इसको लेकर एक होड़ सी मची हुई है। ऐसे में बिल गेट्स के इस बयान ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार बिल गेट्स की संस्था बिल एंड मेलिंडा गेट्स भी कोरोना की वैक्सीन बनाने की तैयारी में है। इसके लिए संस्था करीब 3 लाख करोड़ यानि 40 अरब डॉलर की धनराशि खर्च करेगी। बताया जा रहा है कि संस्था साल के अंत तक या फिर 2021 की शुरुआत में इस वैक्सीन को तैयार कर लेगी।
बिल गेट्स ने साफतौर पर कहा है कि वैक्सीन आने के बाद भी इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि उसके बाद भी लोग कोरोना से बच जाएंगे। हालांकि उन्होंने ये भी बताया कि इस वैक्सीन के सिर्फ दो तरह के फायदे होंगे। पहला ये कि ये लोगों को बीमार होने से बचाएगा और दूसरा ये कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने में मददगार होगा।
इस दौरान बिल गेट्स ने एक बड़ी बात ये कही कि दुनियाभर में देशों को टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है। अमेरिका को लेकर उन्होंने कहा कि लोग इस बात को नजरअंदाज कर रहे हैं, जब व्हाइट हाउस दावा कर रहा है कि ज्यादा टेस्ट होने से अमेरिका में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बिल गेट्स ने इस तर्क को पूरी तरह से गलत बताया है।