Corona Vaccine Pfizer : कोरोना वायरस की हालिया चर्चा में आई फाइजर और बायोएनटेक कंपनी की वैक्सीन को ब्रिटेन ने मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही फाइजर की ये वैक्सीन अब पश्चिमी देशों की भी पहली वैक्सीन बन गई है। वहीं कंपनी का दावा है कि ये वैक्सीन मनुष्यों पर 95 फीसदी तक असरकारक होने के साथ-साथ सुरक्षित भी है। यही वजह है कि यूके इस वैक्सीन को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। हालांकि अमेरिका और यूरोपीय यूनियन अभी इस वैक्सीन को रिव्यू कर रहे हैं।
इसने किया मंजूर :
बता दें कि फाइजर अमेरिका और बायोएनटेक जर्मनी की फार्मा कंपनी है। दोनों कंपनियां मिलकर इस वैक्सीन को बना रही हैं। कंपनी ने दो दिन पहले ब्रिटेन की मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेग्युलेटरी एजेंसी (MHRA) के समक्ष आवेदन किया था। जिसके नतीजे सकारात्मक पाए गए और तुरंत इसे इमरजेंसी प्रयोग के लिए मंजूरी दे दी गई। याद रहे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के पैरामीटर्स को भी MHRA ही परख रहा है।
UPDATE: The @MHRAgovuk issued a temporary authorization for emergency use of our #COVID19 vaccine with @BioNTech_Group in the United Kingdom.
— Pfizer Inc. (@pfizer) December 2, 2020
This marks the first authorization of a vaccine to help fight the pandemic following a worldwide trial.
क्या वैक्सीनेशन को तैयार है यूके?
पैरामीटर्स पर खरा उतरने के बाद यूके ने करीब 4 करोड़ डोज का ऑर्डर फाइजर को दे भी दिया है। ब्रिटिश स्वास्थ्य मंत्री मैट हैन्कॉक की मानें तो वैक्सीन की पहली 8 लाख डोज अगले हफ्ते उपलब्ध भी हो जाएगी। ब्रिटेन में जल्द ही वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ किया जा सकता है। इसके लिए कई अस्पतालों को तैयार भी करना शुरू कर दिया है। वैक्सीन की खास बात ये है कि इसे माइनस 70 डिग्री तापमान में रखना होगा।