कोरोना की वैक्सीन बनाने को लेकर चल रहे मानव ट्रायल को रूस ने पूरा कर लिया है। बताया जा रहा है कि रूस ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बन चुका है। वहीं कोरोना को लेकर दूसरी बड़ी खबर देश के पटना से मिली। जहां मानव ट्रायल के लिए पटना एम्स ने 18 वॉलंटियर का चयन कर आज से ट्रायल प्रक्रिया शुरू कर दी है। यदि यह परीक्षण सफल रहता है तो ऐसा करने वाला भारत दुनिया का दूसरा देश बन जाएगा। बता दें कि पटना एम्स कोरोनोवायरस वैक्सीन परीक्षणों के संचालन के लिए ICMR द्वारा चुने गए 12 संस्थानों में से एक है।
वर्तमान में भारत के अंदर 6 से 7 फर्म ऐसी हैं जो कि कोरोना वायरस की वैक्सीन पर काम कर रही हैं। इनमें से दो फर्म ऐसी हैं जिन्हें डीसीजीआई ओर से मानव ट्रायल की मंजूरी प्रदान की जा चुकी है। इनमें भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड की ‘कोवाक्सिन’ और Zydus Cadila फार्मास्युटिकल ‘ZyCoV-D’ शामिल हैं।
बता दें कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान AIIMS में इस वैक्सीन के परीक्षण के लिए कई लोगों ने संपर्क किया। जिनमें 18 से 55 साल तक के 18 वॉलंटियर्स का ही चयन किया गया। सोमवार को इन सभी 18 वॉलंटियर्स का स्पेशल मेडिकल चैकअप किया जाएगा। उसके बाद इन पर वैक्सीन का ट्रायल शूरू होगा।