कैशलेश ट्रांजेक्शन में यूपीआई की भूमिका के बाद ही अब एनपीसीआई यानि नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया एक और नया बड़ा बदलाव करने की कोशिश में है। सूत्रों की मानें तो ऐसी खबर है कि किसी भी बैंक के खाताधारक को सभी बैंकों के एटीएम्स में जहां डिपॉजिट मशीन की सुविधा उपलब्ध होगी, वहां पैसे जमा करवाने की सुविधा मिल सकेगी। इंटरआपरेबल कैश डिपॉजिट सिस्टम नाम की इस सुविधा के लिए एनपीसीआई बैंकों पर जोर बना रहा है ताकि ये सिस्टम जल्द लागू हो सके।
इसे यूं समझिए..
इंटरऑपरेबल कैश डिपॉजिट सिस्टम के माध्यम से अब खाताधारक को बैंक में कैश जमा कराना भी उतना ही आसान होने वाला है जितना कि आज के समय में कैश निकालना। मान लीजिए आपका खाता पीएनबी बैंक में है और आपके नजदीक एसबीआई या अन्य किसी भी बैंक का एटीएम्स मौजूद हैं जिसमें कैश डिपॉजिट मशीन लगी हो, तो आप आसानी से उसमें अपना कैश डिपॉजिट कर सकेंगे।
ये लग सकता है चार्ज..
इस सुविधा के लिए संबंधित बैंक दूसरे बैंक के खाताधारक से पैसे डिपॉजिट करने की एवज में 10 हजार या उससे कम की राशि पर 25 रुपए और 10 हजार से अधिक की राशि पर 50 रुपए तक चार्ज कर सकता है।
ये होगा फायदा..
इंस्टिट्यूट फॉर डवलपमेंट एंड रिसर्च इन बैंकिंग टेक्नेलॉजी की ओर से बनाए गए इस सिस्टम से एनपीसीआई का मानना है कि यदि बैंक इस सिस्टम को अपनाने हैं तो पूरे बैंकिंग सिस्टम के लिए करेंसी संभालने की लागत में न केवल कमी आएगी बल्कि खाताधारकों को भी इससे फायदा होगा।
इन बैंकों ने शुरू की सुविधा :
आपको बता दें कि आंध्रा और साउथ इंडियन बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक के अलावा पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक अपने खाताधारकों को यह सुविधा देना शुरू भी कर चुके हैं।