Hantavirusnews: ‘हंता’ के खतरे से ‘भारत’ कितना दूर? लक्षण एवं कारणों को ऐसे पहचानें..

Hantavirusnews: ‘हंता’ के खतरे से ‘भारत’ कितना दूर? लक्षण एवं कारणों को ऐसे पहचानें..

चीन के युनान शहर से एक व्यक्ति ​की मौत की खबर आने के बाद से ही पूरी दुनिया में फिर से खलबली मच गई है। लोग कयास लगा रहे हैं कि एक एक करके सारे वायरस चीन में ही क्यों फैल रहे हैं? वो भी ऐसे समय में जब दुनिया पहले ही कोरोना के कहर से संभल नहीं पा रही है। इस बार यह खलबली कोरोना संक्रमित की मौत से नहीं बल्कि हंता वायरस (hantavirus) से हुई मौत से मची है। जी हां, चीन के (detected in china) युनान प्रांत (Unnan city) में इससे सं​क्रमित एक व्यक्ति की मौत की खबर यहां के ग्लोबल टाइम्स अखबार (Globle time news) में छप चुकी है। वहीं इस व्यक्ति के संपर्क में आए 32 लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। चीन के अलावा ये वायरस केवल अर्जेंटीना में ही पाया गया है।

बात भारत की करें तो यहां अभी इस वायरस का कोई खतरा नहीं है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि यह इंसान से इंसान में नहीं फैलता। और न ही ​हवा से हवा में एक स्थान से दूसरे स्थान पर गमन करता है। यह ​चूहे के मलमूत्र या उसके सीधे संपर्क में आने से ही फैलता है। इसलिए सीडीसी (CDC) के अनुसार चूहे एवं उसके मलमूत्र से दूर रहकर की इससे बचा जा सकता है। हालांकि अभी तक इस बीमारी की भी कोई दवाई नहीं बन पाई है।

ऐसे फैलता है हंता :

एक्सपर्ट्स की मानें तो हंता वायरस चूहों के संपर्क में आने से फैलता है। हालांकि यह कोरोना की तरह मनुष्य से मनुष्य में नहीं फैलता है। सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (Centre for Disease Control and Prevention) के अनुसार कोई भी स्वस्थ व्यक्ति इस वायरस के संपर्क में आ सकता है। इसकी शुरुआत घर अथवा बाहर मौजूद चूहे कर सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति चूहों (mouses) के मलमूत्र या किसी अन्य प्रकार से उनके संपर्क में आते हैं तो वह इसका आसानी से शिकार बन जाते हैं। हंता वायरस भी कोरोना की तरह आंख, नाक एवं मुंह के माध्यम से शरीर के अंदर प्रवेश करता है। लेकिन गनीमत है कि यह हवा से हवा में नहीं फैलता है।

www.ausamachar.com – Hantavirus Cells

इस तरह पहचानें :

हंता वायरस के संक्रमित व्यक्ति की पहचान कोरोना संक्रमित की तरह ही की जाती है। क्योंकि ज्यादातर लक्षण (symptoms) दोनों में एक समान ही हैं। हंता वायरस की चपेट में आने पर व्यक्ति को वही तेज बुखार, सांस लेने में परेशानी, सिर में दर्द आदि की समस्या आने लग जाती है। साथ ही उल्टी, पेट दर्द और डायरिया की शिकायत भी इसके संक्रमित को हो सकती
है। यदि इलाज में देरी की गई तो व्यक्ति के फेफड़ों में पानी भरना शुरू हो जाता है।

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