नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार की सुबह 11 बजे ‘भारत खिलौना मेला’ द इंडिया टॉय फेयर 2021 India Toy Fair 2021 का उद्घाटन किया। ये कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित हुआ। बता दें कि आत्म निर्भर भारत अभियान एवं ‘वोकल फॉर लोकल’ Local For Vocal के तहत देश खिलौना निर्माण में वैश्विक हब बने, इसी मकसद के साथ शिक्षा मंत्रालय, महिला व बाल विकास मंत्रालय और कपड़ा मंत्रालय ने मिलकर इस कार्यक्रम को आयोजित करवाया है। इसमें करीब 10 लाख से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
PM Modi प्रधानमंत्री मोदी ने कहा हमारे देश के खिलौना उद्योग में कितनी बड़ी ताकत छिपी हुई है इस बात का अंदाजा आज आपसे बात करके हुआ है। इसलिए अब इस ताकत और इसकी पहचान को बढ़ाना होगा। ये आत्मनिर्भर भारत अभियान का बहुत बड़ा हिस्सा है। ये कार्यक्रम केवल खिलौना मेला ही नहीं है बल्कि सदियों पुरानी कला एवं संस्कृति को मजबूत करने का भी है।
राजस्थान के पारंपरिक खिलौने :
प्रदेश में उद्योग विभाग 4 दिवसीय ‘इंडिया टॉय फेयर’ India Toy Fair में यहां के पारंपरिक खिलौनों को प्रदर्शित किया जा रहा है। साथ ही इस मेले में नए उद्योगों के लिए बनाई गई निवेश प्रोत्साहन नीति 2019 के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। बता दें कि अलवर जिले के खुशखेड़ा में स्थापित होने जा रहे खेल साजो सामान एवं खिलौना जोन के बारे में भी लोगों को विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
खिलौना रोजगार के लिए 2300 करोड़ :
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पारंपरिक खिलौना उद्योग को बढ़ावा देने के लिए देश के विभिन्न राज्यों में करीब 8 टॉय मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स Toy Manufacturing Clusters बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके निर्माण पर करीब 2300 करोड़ रुपए खर्च होने की संभावना है। इनमें लकड़ी, लाख, ताड़ के पत्ते, बांस और कपड़े आदि से निर्मित खिलौने बनाए जाएंगे।
Speaking at The India Toy Fair 2021. Watch. https://t.co/2mlOE6eQir
— Narendra Modi (@narendramodi) February 27, 2021
कहां बनेंगे 8 खिलौना क्लस्टर ?
मध्यप्रदेश — 3
राजस्थान — 2
कर्नाटक — 1
उत्तर प्रदेश — 1
तमिलनाडु — 1