भारत अब दुनिया में हरेक क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहा है। व्यापार में अपनी ताकत दिखाना हो या तकनीक में सभी तरह से देश अपना दबदबा विश्व के सामने बना रहा है। इसी तरह सेना भी अपनी शक्ति को तकनीकी नवीनीकरण से बढ़ा रही है। जिसके लिए भारत भी अन्य देशों की तरह युद्धक टैंक और हल्के लड़ाकू विमान आदि सेना में शामिल कर रहा है। यही शक्ति इस बार आयोजित होने वाले डिफेंस एक्सपो 2020 में दुनिया देखने वाली है। जो 5 से 8 फरवरी तक उत्तर प्रदेश में होने जा रहा है।
जहां 11वें डिफेंस एक्सपो में थलसेना की आर्टीलरी, इंफेंट्री, आर्मर्ड के ‘मेक इन इंडिया’ के तहत निर्मित हथियार, विदेशी हथियारों को टक्कर देते दिखेंगे। यह प्रदर्शनी काफी भव्य और इंटरनेशनल लेवल की होगी। इसकी थीम ‘भारत : उभरता हुआ रक्षा विनिर्माण केंद्र’ रखी गई है। यह डिफेंस एक्सपो प्रमुख विदेशी मूल उपकरण निर्माताओं को भारतीय रक्षा उद्योग के साथ सहयोग करने का अवसर भी देगा। यहां विदेशी प्रतिनिधिमंडलों के साथ बिजनेस-टू-बिजनेस की सुविधा भी होगी।
ये रक्षा उपकरण रहेंगे खास :
अल्ट्रालाइट होवित्जर गन : धनुष — यह आर्टीलरी गन 38 किलोमीटर तक एक मिनट में चार राउंड फायर कर सकती है। इसे इस श्रेणी की सबसे अधिक मारक क्षमता वाली आर्टीलरी गन में से एक माना जा रहा है। भारत में बनी एम—777 अल्ट्रालाइट होवित्जर और सेल्फ प्रपोल्ड बख्तर बंद गन के-9 बज्र और आधुनिक युद्धक टैंक अर्जुन को भी यहां प्रदर्शित किया जाएगा। वहीं मल्टी बैरल रॉकेट लांचर पिनाक, स्वदेशी युद्धपोत के मॉडल, लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट तेजस, यूटिलिटी हेलीकॉप्टर ध्रुव, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल से लैस लड़ाकू हेलीकॉप्टर रुद्र, एंटी टैंक मिसाइल नाग के साथ कई अन्य मिसाइल भी यहां देश की ताकत दिखाएंगे।
निर्यात की बढ़ेंगी संभावनाएं :
भारतीय रक्षा उद्योग को इस एक्सपो के जरिए अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिलेगा। साथ में निर्यात की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। इस बार यहां डिफेंस के डिजिटलीकरण पर फोकस किया जाएगा।