अब न धुआं, न प्रदूषण और न ही वो छुक-छुक की आवाज.. अभी तक आपने बैटरी से चलने वाली बाइक्स, कार एवं बसों के बारे में ही सुना होगा, लेकिन भारतीय रेलवे ने तो बैटरी से चलने वाला इंजन ही बना डाला। जी हां, रेलवे ने अपने इस नए इंजन के साथ कुछ ऐसा ही एक कारनामा कर दिखाया है। भारतीय रेलवे Indian Railway नित नए प्रयोग कर रहा है। जिसमें अब उसने बैटरी से चलने वाला इंजन बनाया है। जिसका सफल परीक्षण भी किया जा चुका है और जल्द ही इसे पटरियों पर दौड़ते देखा जा सकता है।
बता दें कि इस इंजन को जबलपुर के पश्चिम मध्य रेल मंडल ने बनाकर तैयार किया है। बैटरी से चलने वाले इस ड्यूअल मोड शंटिग लोको का नाम ‘नवदूत’ रखा गया है। भारतीय रेलवे का कहना है कि इसके निर्माण के पीछे बिजली एवं डीजल की खपत को कम करना एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए भी एक बड़ा कदम है। अभी तक किए गए सभी ट्रायल्स में नवदूत पूरी तरह से फिट रहा है। याद रहे कुछ समय पहले ही भारतीय रेलवे शेषनाग और एनाकोंडा का दमखम भी दुनिया को दिखा चुका है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस इंजन को लेकर एक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि रेलवे के जबलपुर मंडल में बैटरी से चलने वाले ड्यूल मोड शंटिंग लोको ‘नवदूत’ का निर्माण किया गया, जिसका परीक्षण सफल रहा।
बैटरी से ऑपरेट होने वाला यह लोको एक उज्ज्वल भविष्य का संकेत है, जो डीजल के साथ विदेशी मुद्रा की बचत, और पर्यावरण संरक्षण में एक बड़ा कदम होगा।