कोरोना की वैश्विक महामारी के बीच इटली (Italy) को इस समय दोहरी मार से गुजरना पड़ रहा है। यहां एक तरफ कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन के चलते एक और समस्या खड़ी हो गई है। ये कोई बीमारी नहीं है बल्कि ये समस्या है घरेलु हिंसा की। जी हां, इस समय पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है। इससे बचने के लिए सभी देश लॉकडाउन का सहारा ले रहे हैं। लेकिन इटली के लिए लॉकडाउन सूट नहीं कर रहा। किसी भी तरह के उत्पीड़न से निपटने के लिए इटली सरकार ने यूपोल (YouPol) नाम की एप बनाई है। जहां घरेलु हिंसा से संबंधित सभी तरह की शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। साथ ही सरकार इन लोगों की फोन के माध्यम से भी काउंसलिंग करवा रही है।
दरअसल लॉकडाउन (Lockdown) के चलते लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। ऐसे में वर्क फ्रॉम होम के तहत घर से काम रही इन कामकाजी महिलाओं पर जिम्मेदारियों का बोझ और बढ़ गया है। इससे ये महिलाएं अवसादग्रस्त हो रही हैं। उनके अंदर निराशा के भाव उत्पन्न हो रहे हैं। जिन परिवारों में पहले से ही तनाव था, उनकी स्थिति ज्यादा खराब हो रही है। इटली के एक हिंसा विरोधी केंद्र में पिछले 1 महीने के भीतर करीब 70 महिलाओं ने अपने काम के बोझ के चलते शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक तौर पर अपनी शिकायत दर्ज करवाई हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्र की समन्वयक फ्रंचेस्का पीदोने का कहना है कि इस तरह के एक साथ इतने मामले सामान्य दिनों में पहले कभी नहीं आए।
इधर प्रधानमंत्री गिउसेप कोंटे ( Giuseppe conte) की सरकार ने अपनी जनता को एक लंबे लॉकडाउन के लिए तैयार रहने को कहा है। यहां पहला लॉकडाउन 3 अप्रैल को पूरा होने वाला है। इसके बाद इसे और आगे बढ़ाया जाएगा। कोरोना से संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार ने यह फैसला लिया है कि क्योंकि इससे बचने का यही एकमात्र उपाय है। आपको बता दें कि यह वायरस इटली में अब तक करीब 10 हजार लोगों की जान ले चुका है और करीब 4 हजार लोग वेंटिलेटर पर हैं।