भारत में कोरोना वायरस के चलते कई शहरों में लॉकडाउन किया गया है, वहीं कई शहरों में कर्फ्यू लगाया हुआ है। ऐसे में लोगों के बीच लॉकडाउन और कर्फ्यू को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा होना लाजमी है। जहां राजस्थान में 31 मार्च तक सरकार ने लॉकडाउन घोषित किया है वहीं दिल्ली ने इसे अब कर्फ्यू में बदलने का निर्णय लिया है। तो चलिए इन दोनों परिस्थितियों के बीच के अंतर को समझने का प्रयास करते हैं।
लॉकडाउन :
इस परिस्थिति में लोगों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं होती है मगर कोई व्यक्ति बेवजह बाहर घूमता पाया जाता है तो पुलिस उस पर बिना कोई कार्रवाई करे समझाकर वापस घर भेज देती है। ज्यादा समस्या होने पर ही केस दर्ज करती है।
साथ ही इस दौरान सरकार कुछ जरूरी और रोजमर्रा की वस्तुओं वाली दुकानों को खोलने की अनुमति भी प्रदान करती है।
इस दौरान वाहनों से आवाजाही कुछ जरूरी कार्यों के लिए की जा सकती है।
कर्फ्यू :
इस दौरान लोगों को घर से निकलने की अनुमति बिलकुल भी नहीं होती है। और यदि कोई व्यक्ति बाहर निकलता भी है तो पुलिस उसे तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार कर लेती है। जिसके अंदर सजा का प्रावधान भी किया गया है।
इस दौरान क्षेत्र की कमान स्थानीय डीएम अथवा पुलिस कमिश्नर के हाथ में होती है।
इस दौरान किसी भी तरह की दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं होती है।
कर्फ्यू में ढील के दौरान ही सीमित समय के लिए घरों से निकलने की अनुमति मिलती है।