National Digital Health Mission: नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की घोषणा के साथ ही सरकार ने अब इसके मसौदे पर काम शुरू कर दिया है। बता दें कि 3 सितंबर तक इस योजना को लेकर लोगों से सुझाव मांगे गए हैं। इस मसौदे में लोगों की स्वास्थ्य संबंधित एकत्रित जानकारियों को किस प्रकार से गोपनीय रखा जाए, इस बात पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस योजनांतर्गत देश के नागरिकों को एक हेल्थ कार्ड दिया जाएगा। जिसमें संबंधित व्यक्ति का संपूर्ण स्वास्थ्य का ब्यौरा निहित होगा।
प्रधानमंत्री PM ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से इस मिशन की घोषणा करी थी। बताया जा रहा है कि ये भी प्रधानमंत्री की प्रमुख महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। अब इस पर सरकार ने भी जोरों शोरों से काम शुरू कर दिया है। इसको लेकर सरकार की ओर से एक मसौदा नीति भी जारी की गई है। इसके सफल क्रियान्वयन के साथ अब देश में एक नई स्वास्थ्य नीति की शुरुआत हो सकेगी।
ये होगा फायदा :
इस कार्ड में व्यक्ति की बचपन से लेकर आखिर तक स्वास्थ्य से संबंधित जानकारियां निहित रहेंगी। अब हॉस्पीटल जाते समय इलाज से संबंधित फाइलों का पुलंदा साथ ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी और न ही इलाज की पुरानी फाइलों को सहेजने की आवश्यकता पड़ेगी। जब भी हॉस्पीटल जाना हो तो सिर्फ हेल्थ कार्ड को अपने साथ रखना होगा। डॉक्टर Doctor खुद मरीज के पुराने हेल्थ इश्यूज के बारे में जानकारी हासिल कर लेगा। साथ ही आपको दिए गए ट्रीटमेंट का ब्यौरा भी आपके कार्ड में फिल कर देगा।
NDHM के ड्राफ्ट की अहम बातें :
— प्रत्येक व्यक्ति को ये हेल्थ कार्ड फ्री मिलेगा।
— संबंधित व्यक्ति का पूरा स्वास्थ्य ब्यौरा इसमें सुरक्षित किया जाएगा।
— डाटा को कार्डधारक की अनुमति से ही शेयर किया जाएगा।
— कार्ड में निहित डाटा पर कार्डधारक का अधिकार होगा।
— व्यक्ति की सहमति के बाद ही डाटा एकत्रित किया जा सकेगा।
— एनडीएचई यानि राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य परितंत्र के तहत जो भी डाटा एकत्रित किया जाएगा। उसे केंद्र एवं राज्य स्तर पर स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों पर न्यूनता के सिद्धांत के आधार पर सुरक्षित रखा जाएगा।