बैंक से पैसे निकालने हों अथवा जमा कराने हों, इसके लिए अब बैंक जाने की जरूरत नहीं होगी। ये सभी काम आप घर अथवा दफ्तर में बैठे में हुए कर सकते हैं। जी हां, देश के सरकारी बैंक अब अपने ग्राहकों को होम डिलिवरी की सुविधा देने जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ये सुविधा अक्टूबर 2020 से शुरू हो जाएगी। ट्रायल के तौर पर देश के प्रमुख 100 शहरों में यह सुविधा शुरू की जाएगी।
यदि प्रयोग सफल रहता है और ग्राहकों का रिस्पांस मिलता है तो इसे सभी जगह लागू किए जाने की योजना है। इस सुविधा के लिए बैंक अलग से डोरस्टेप एजेंट्स की नियुक्ति करेगी। घर बैठे इस सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए ग्राहकों को शुल्क देना होगा। बता दें कि बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकिंग प्रणाली में सुधार करते हुए इस नई योजना का अनावरण किया।
ठेले वालों के अलावा इन्हें मिलेगी प्राथमिकता :
जिन लोगों को काम वाले दिनों में बैंक जाने का समय नहीं मिलता या फिर वो बैंक तक आने जाने में सक्षम नहीं हैं। ऐसे लोग इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। इस सेवा के अंतर्गत रेहड़ी-पटरी यानी ठेले वालों के अलावा आर्मी स्टाफ, वरिष्ठ नागरिक, छात्र, सीआरपीएफ, विधवा, दिव्यांग, स्टूडेंट्स, सैलरी वाले कर्मचारी, कॉरपोरेट ग्राहक एवं खुदरा दुकानदारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
यहां करना होगा अप्लाई :
इस योजना से संबंधित बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने के लिए कस्टमर केयर, वेब पोर्टल अथवा मोबाइल ऐप में डोरस्टेप सेवा का चयन कर इस सेवा का लाभ ले सकते हैं। इसके अंतर्गत फिलहाल डीडी यानी डिमांड ड्राफ्ट, चेक बुक एवं डिपॉजिट रसीद मंगाने जैसी गैर वित्तीय सुविधाएं उपलब्ध हैं। आने वाले समय में इसमें नीचे दी गई सुविधाओं को भी शामिल किया जाएगा।
इस सेवा के तहत ग्राहक :
15जी,
चेकबुक,
डीडी पीओ,
15एच फार्म,
आइटी चलान,
टर्म डिपॉजिट रसीद,
अकाउंट स्टेटमेंट की मांग कर सकता है।