कर प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए टैक्स सिस्टम में कुछ नए बदलाव किए गए। इन नए बदलावों की शुरुआत गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। मोदी ने कहा कि देश में टैक्सपेयर्स का सम्मान होना चाहिए। क्योंकि टैक्सपेयर्स के पैसों से ही देश चलता है। इसके लिए अब करदाता को मुख्यरूप से ये तीन सुविधाएं मिलने जा रही हैं। जो कि भ्रष्टाचार की कटौती में भी सहायक होंगी।
टैक्सपेयर्स चार्टर :
इसमें जो व्यक्ति टैक्स अदा करता है, उसके कर्त्तव्य और अधिकार निहित होंगे। साथ ही टैक्स वसूलने वाले अधिकारियों के लिए कुछ निर्देश दिए गए हैं। उम्मीद है कि इसके जरिए टैक्स देने वालों और टैक्स लेने वालों के बीच एक विश्वास कायम हो सकेगा। कुल मिलाकर टैक्स देने वालों की परेशानियों को कम किया जाएगा और अफसरशाही की जवाबदेही तय होगी। बता दें कि इस तरह की प्रणाली दुनिया में केवल अमेरिका, कनाडा और आस्ट्रेलिया में ही लागू है।
फेसलेस असेसमेंट :
इसके पहले अक्सर देखा जाता था कि स्क्रूटनी वाले मामलों में असेसमेंट प्रक्रिया के चलते एक टैक्सपेयर को अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ते थे। कह सकते हैं कि ऐसे मामलों में ही रिश्वतखोरी जन्म लेती है। इसलिए अब इस चक्कर काटने के चक्कर को ही समाप्त कर दिया है।
फेसलेस अपील :
इसकी सुविधा अगले महीने की 25 तारीख से अमल में लाई जाएगी। ये सौगात पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर मिलने जा रही है। इस सुविधा की खासियत ये है कि यदि किसी करदाता की कोई शिकायत है तो इसके लिए वह रैंडम तरीके से अफसर के पास अपील कर सकता है। चूंकि इसमें किसी को भी यह पता नहीं होगा कि रैंडम तरीके से चुना गया अफसर कौन होगा? वहीं सबसे बड़ी बात इसके लिए करदाता को न तो कहीं जाने की जरूरत होगी और न ही किसी के चक्कर काटने पड़ेंगे।