देश में लोग जहां कोरोना के बीच उलझे पड़े हैं वहीं जिओ के तार गूगल से जाकर जुड़ गए हैं। कंपनी की 43वीं एजीएम मीटिंग के दौरान मुकेश अंबानी ने कहा कि बीते दिनों में कोरोना देश दुनिया में एक बड़े संकट के रूप में उभरकर आया, लेकिन ऐसे समय में ही अवसर सामने आते हैं। गूगल रिलायंस में 4.5 अरब डॉलर यानि करीब 37737 करोड़ रुपए का निवेश करेगी।
वहीं रिलायंस की बड़ी उपलब्धि ये रही है कि कोरोना काल में अब वह पूरी तरह से कर्जमुक्त हो चुकी है। बता दें कि हाल ही के दिनों में पीएम मोदी और गूगल के सीईओ भारतीय मूल के सुंदर पिचई के साथ व्यावहारिक बातचीत हुई थी। जिसमें कई मुद्दों पर बात की गई। ऐसे में पीएम की इस मुलाकात को मुकेश अंबानी की बिजनेस डील के साथ भी जोड़कर देखा रहा है।
इंडिया में नई टेक्नोलॉजी देना गूगल का मिशन :
रिलायंस कंपनी की ओर से आयोजित एजीएम की बैठक में कंपनी की ओर से किए गए नए समझौतों के बारे चर्चा की गई। जिसमें चेयरमेन मुकेश अंबानी ने फेसबुक के साथ पार्टनरशिप का स्वागत करते हुए मार्क जुकरबर्क के मैसेज को सुनाया। वहीं गूगल के सीईओ ने भी अपनी बात रखी। सुंदर पिचई ने कहा कि गूगल का मिशन है कि वह भारत के लोगों के हाथ में नई टेक्नोलॉजी दे। गूगल इस लक्ष्य को जियो के साथ पूरा करेगी। इसके लिए वह 4.5 अरब डॉलर का निवेश करेंगे। पिचई ने ये भी कहा कि वह भारत के भविष्य को लेकर हमेशा से ही आशावादी रहे हैं।
हुरून की टॉप 10 में अंबानी 5वें अमीर :
हाल ही में हुरून इंडिया की ओर से जारी रिच लिस्ट 2020 में मुकेश अंबानी को दुनिया का 5वां सबसे अमीर व्यक्ति बताया था। जबकि 23 अगस्त तक मुकेश अंबानी 8वें नंबर पर थे। कोरोना के इस दौर में मुकेश अंबानी ने कई बड़े अरबपतियों को पीछे छोड़ते हुए यह मुकाम हासिल किया है।