नई दिल्ली. भारतीय किसान यूनियन Bhartiy kisan Union के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत एक बार फिर से दिल्ली में घुसने की चेतावनी दी है। बता दें कि सरकार की ओर से लाए गए नए कृषि कानूनों new agricultural laws को लेकर करीब 4 महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं। टिकैत ने मंगलवार को राजस्थान के जयपुर में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा था कि एक बार फिर से बैरीकेड तोड़कर दिल्ली में घुसना होगा। इसके बाद से ही गाजीपुर बॉर्डर पर धरनारत किसानों ने तो दिल्ली कूच के लिए तैयारी भी कर ली है। बोले आदेश मिलते ही घंटेभर में कूच कर जाएंगे।
यही हाल रहा तो लंबा चलेगा आंदोलन
किसान आंदोलन को लेकर तमाम किसान नेता ये पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि जब तक सरकार इन 3 काले कानूनों को वापस नहीं ले लेती, तब तक वह आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे। जाहिर सी बात है ऐसे में किसान आंदोलन लंबे समय तक चलने वाला है। उम्मीद है कि आंदोलन नवंबर-दिसंबर तक भी खिंच सकता है। चूंकि धरना स्थल पर बनाए जा रहे टैंटों को लेकर कहा गया है कि उन्हें सभी मौसमों को ध्यान में रखते हुए बनाया जाए।
देश का नहीं होगा कोई नुकसान
टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन से देश को किसी भी तरह से कोई नुकसान नहीं होगा, बल्कि नुकसान तो रेल बेचने और कर्मचारियों को नौकरियों से हटाने से होगा। उन्होंने कहा कि किसान तो आंदोलन के दौरान भी खेत में काम कर रहा है, वो देश के लोगों को भूखा नहीं रहने देगा। 26 मार्च को भारत बंद होगा। 28 मार्च को देशभर में होलिका दहन में किसान विरोधी कानूनों की कॉपियां जलाकर विरोध किया जाएगा और अगले दिन फूलों की होगी खेली जाएगी।