देश में सिर्फ दो राज्यों के पास ही होगी यह सुविधा
जयपुर-जोधपुर में लगेंगी ये कोबस मशीनें
राजस्थान में कोरोना की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए सरकार ने आज एक अहम फैसला लिया है। गुरुवार को चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा Dr. Raghu Sharma ने स्वयं इस बात की घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश में बढ़ते हुए मामलों की जल्द से जल्द जांच हो सके। इसके लिए ‘कोबस-8800’ मशीनें खरीदने का फैसला लिया गया है। जो जयपुर और जोधपुर के लिए होंगी। साथ ही उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि देश में केवल दो ही राज्य होंगे जहां सबसे पहले कोबस से जांच की सुविधा मिलेगी। इनमें पहला राजस्थान और दूसरा तेलंगाना शामिल है। आखिर क्या खास है इस कोबस में चलिए जानते हैं।
क्या है ‘कोबस-8800’ :
कोबस-8800 एक जांच किट मशीन का नाम है जो कि कोविड प्रकार के सैंपल टेस्टिंग में काम आती है। इसे रोश डायग्नोस्टिक्स इंडिया Roche Diagnostics India जो कि स्विस बहुराष्ट्रीय फर्म रोश की भारतीय सहायक कंपनी है, ने बनाया है। कंपनी की ओर से इस प्रणाली को 2014 में लॉन्च किया गया था। इसे सीडीएससीओ CDSCO द्वारा जांच करने का लाइसेंस प्राप्त है। आपको बता दें कि हाल ही में भारत सरकार ने कोरोना की स्थिति को देखते हुए मान्यता प्राप्त लैब्स को कोविड19 की जांच की अनुमति प्रदान की गई थी।
इसके अलावा यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (US FDA) ने भी रोश डायग्नोस्टिक्स द्वारा विकसित इस किट के उपयोग को अधिकृत किया है। हालांकि यूएस एफडीए ने इस किट के आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है, जब तक कि स्थिति ठीक नहीं हो जाती। इसके माध्यम से मरीजों से नाक और गले के स्वैब swab नमूनों का Covid-19 के लिए परीक्षण किया जाता है।
क्यों है खास :
कोबस 8800 सिस्टम नोबेल पुरस्कार विजेता पीसीआर प्रौद्योगिकी के आधार पर काम करता है जो कि पूर्णत: स्वचालित प्रणाली है। इससे एक ही समय में आरएनए और आरटी पीसीआर RT PCR आॅटोमेटिक और मैन्युअली दोनों तरह से की जा सकती हैं। इसकी खास बात ये है कि अभी तक जहां कोविड19 की जांच रिपोर्ट में 2 से 3 दिन का समय लग रहा था। वहीं यह कोबस 3 घंटे में ही रिपोर्ट हाथ में दे देगी। इससे 8 घंटे में करीब 960 सैंपल परीक्षण किए जा सकते हैं। वहीं 1 दिन में करीब 3000 जांचें की जा सकती हैं।