दुनियाभर में वैश्विक महामारी का रूप ले चुका कोरोना वायरस विकसित देशों के लिए भी सिरदर्द बना हुआ है। अभी तक दुनिया में इसका न तो कोई वैक्सीन बन पाया है और न ही कोई दवाई सामने आई है। ऐसे में बचाव ही इसका एकमात्र उपाय है। कोरोना का संक्रमण अधिक न फैले इसके लिए सभी देश अपने अपने स्तर पर उपाय करने में लगे हुए हैं।
जिन देशों अथवा शहरों में संक्रमण की अधिक संभावनाएं हैं वहां एहतियात के तौर पर लॉकडाउन किया जा रहा है। हालांकि इससे पहले भी दुनिया में लॉकडाउन हुए हैं लेकिन ये पहला मौका है जब एक महामारी की वजह से दुनिया के कई शहरों में एक ही समयांतराल में लॉकडाउन किया गया है।
आपको बता दें कि दुनिया पहली बार लॉकडाउन अमेरिका में किया गया था और इसकी समय सीमा 3 दिन की ही थी। यह निर्णय वहां हुए 9/11 के हमले के तुरंत बाद लिया गया था। वहीं राजस्थान के इतिहास में यह पहला मामला है।
क्या है लॉकडाउन
साधारण शब्दों में कहा जाए तो इसका मतलब होता है कि आप अपने घर की चारदीवारी में खुद को सीमित कर लें। अब आप अपनी मर्जी से कहीं भी आ-जा नहीं सकते। ये फैसला भी सरकार के हाथ में रहता कि वह किन-किन परिस्थितियों में आपको छूट प्रदान करती है अथवा नहीं। यह आपदा के हिसाब से तय किया जाता है। ऐसे में सरकार द्वारा लिस्टेड किए विभागों के अलावा शेष सभी पूरी तरह बंद रहते हैं।
यह एक ऐसी व्यवस्था है जो वहां की सरकार के द्वारा लागू की जाती है। यह एपिडेमिक अथवा किसी आपदा के वक्त लागू की जाने वाली वो व्यवस्था है जिसमें उस क्षेत्र के लोगों को अपने घरों से निकलने पर सरकार की पाबंदी होती है। इस दौरान उन्हें कुछ जरूरी सामान के लिए ही अनुमति प्रदान की जाती है। इनमें दवा, अनाज एवं बैंक से पैसा निकालना आदि शामिल हैं। साथ ही ये भी ध्यान रखा जाता है कि ऐसे समय पर भी किसी तरह की भीड़ एकत्रित नहीं होनी चाहिए।