यूपी में प्राइमरी स्कूल की एक टीचर द्वारा एक साल के भीतर 1 करोड़ रुपए सैलरी लेने का चौंकाने वाला मामला सामने आया था। शनिवार 6 जून को कासगंज जिले के थाना सोरों कोतवाली पुलिस ने अनामिका शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया था। इंस्पेक्टर रिपुदमन सिंह का कहना है कि अनामिका शुक्ला पर 25 स्कूलों में फर्जी डॉक्यूमेंट्स के माध्यम से धोखाधड़ी कर नौकरी करने एवं इस एवज में सरकार से वेतन लेने का आरोप है। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है।
ये था मामला :
अनामिका शुक्ला नाम की यह टीचर उत्तर प्रदेश सरकार के प्राइमरी स्कूल में बच्चों को विज्ञान विषय पढ़ाती थी। अनामिका की सैलरी का खुलासा उस वक्त हुआ जब इन प्राइमरी टीचर्स की सैलरी बनाई जा रही थी। सैलरी का जोड़ किया तो बाबू भी भौंचक्के रह गए। मामले ने तूल पकड़ा तो शिक्षा विभाग ने जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए और उसकी गिरफ्तारी हो पाई।
6 जिलों से मांगी गई थी जानकारी :
रायबरेली के बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि सर्व शिक्षा अभियान की ओर से 6 जिलों को अनामिका शुक्ला नाम की टीचर के बारे में जानकारी का पत्र भेजा गया था। अब उसके सारे डॉक्यूमेंट्स जांच के लिए उच्च स्तर पर भेज दिए गए हैं।