US Presidential Election 2020: कोरोना पॉजिटिव आने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने एक बार फिर चीन पर निशाना साधा है। ‘ट्रम्प का कहना है कि कोरोना संक्रमित होना उनके लिए भगवान का आशीर्वाद था। अब वह एकदम अच्छा महसूस कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कोरोना के उपचार के दौरान सेवन की गई दवाई का भी नाम लिया। ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने रेजेनरॉन दवाई ली थी, जिसका शानदार असर देखने को मिला। आखिर में उन्होंने कहा कि चीन ने दुनिया के साथ जो किया है, उसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।’
एक नजर में राष्ट्रपति चुनाव :
बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ चुके हैं। दोनों ही पार्टियां जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं। चुनाव में अब एक महीने से भी कम का वक्त बचा है। राष्ट्रपति चुनाव में कुल इलेक्टोरल कॉलेज की संख्या 538 है। इनमें से जीतने के लिए कम से कम 270 इलेक्टोरल कॉलेज चाहिए होंगे। इस बार भारतीय कम्युनिटी स्टेट्स को भी राष्ट्रपति चुनावों में बदलाव का एक अहम मानक माना जा रहा है।
ये सात स्टेट पलटेंगे सीन :
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में उलटफेर के लिए ये सात स्टेट अहम माने जा रहे हैं। पिछले रिकॉर्ड को देखें तो यहीं से बाजी पलटती हुई देखी गई। यही वो स्टेट हैं जो तय करेंगे कि अमेरिका में इस बार राष्ट्रपति पद का हकदार कौन होगा? ऐसे में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों ही पार्टियां इन स्टेट्स में पूरा जोर लगा रही हैं। ये स्टेट हैं — विस्किंसन, पेन्सिलवानिया, फ्लोरिडा, मिशिगन, एरिजोना, नॉर्थ कैरोलीना और ओहियो।
पोल में बाइडन का पलड़ा भारी :
पहले प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद आए पोल में जो बाइडेन Joe Biden को बढ़त की खबर मिली है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसमें डोनाल्ड ट्रंप को करीब 14 प्वाइंट्स की कमी हुई है। 1 अक्टूबर तक के आंकड़ों की बात करें तो 53 फीसदी अमेरिकी जनता का कहना है कि वह जो बाइडेन को राष्ट्रपति देखना चाहते हैं। यानी उसके लिए वोट करेंगे। वहीं 39 फीसदी जनता ट्रंप को दोबारा राष्ट्रपति बनाने के मूड में हैं।