आजकल सोशल मीडिया फायदे से ज्यादा नुकसान का सौदा बनता जा रहा है। आम नागरिकों से लेकर देश की खुफिया जानकारी तक, साइबर क्राइम बढ़ता ही जा रहा है। खासकर फेसबुक की सिक्योरिटी को लेकर काफी समय से सवाल उठाए जा रहे हैं। इन सबसे खुदको बचाने के लिए भारतीय नौसेना कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है।
भारतीय नौसेना ने अपने कार्यालयों और नौसैनिकों के फेसबुक चलाने पर बैन लगा दिया है। यह कदम नौसेना में ऑनलाइन जासूसी से बचने के लिए उठाया गया है। इसके अलावा नौसैनिकों के मैसेजिंग एप, नेटवर्किंग, ब्लॉगिंग, कंटेंट शेयरिंग, होस्टिंग और ई कॉमर्स समेत सभी एप्स का प्रयोग करने पर भी रोक लगा दी है। साथ ही नौसेना के ठिकानों, डॉकयार्ड और ऑनबोर्ड युद्धपोतों में स्मार्टफोन्स ले जाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
नौसेना ने यह कदम हाल ही में हुई ऑनलाइन घुसपैठ के कारण लिया गया है। दरअसल सात नौसैनिकों को सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके दुश्मनों को खुफिया एजेंसियों की संवेदनशील जानकारियां भेजते हुए पकड़ा गया था। इसका पता आंध्रप्रदेश पुलिस ने लगाया था। उन्होंने 10 दिन पहले सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी द्वारा चलाए जा रहे एक जासूसी रैकेट का पर्दाफाश किया है। इसमें सात नौसैनिकों को मुम्बई, कारवार और विशाखापट्टनम से गिरफ्तार किया गया था।
नौसेना ने कहा है कि इससे कर्मचारियों को थोड़ी दिक्कत होगी, मगर राष्ट्रीय हित के लिए गए कदम सोशल मीडिया और स्मार्टफोन्स से पहले आते हैं।