लंदन. दुनियाभर में सनसनीखेज खुलासे करने वाली वेबसाइट विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे पर लंदन में आज यानि सोमवार से सुनवाई शुरू हो गई है। ये सुनवाई असांजे को अमेरिका को सौंपे जाने को लेकर की जा रही है। अमेरिकी सरकार के वकीलों ने असांजे पर करीब 18 केस लगाए हुए हैं, जिनमें से अफगानिस्तान और ईराक पर हुए हमलों की गुप्त जानकारी छापने का एक अहम आरोप है। इसी को लेकर अमेरिका असांजे को अपने यहां लाकर उनसे पूछताछ करना चाहता है।
Julian Assange US Extradition Hearing to Resume in London :
बता दें अमेरिका पिछले साल से उनके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है। जिसके चलते यह सुनवाई फरवरी 2020 में शुरू होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसे टाल दिया गया। अब यदि असांजे का प्रत्यर्पण होता है और अमेरिकी सरकार की ओर से लगाए गए आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो असांजे को कम से कम 175 साल की सजा सुनाई जा सकती है। फिलहाल 49 वर्षीय जूलियन एक हाई सिक्युरिटी जेल में बंद हैं। वह मूलत: आस्ट्रेलिया के रहने वाले हैं।
असांजे की इस सुनवाई को लेकर कई लोग उनके समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे हैं। समर्थकों का मानना है कि द टाइम्स में छपे एक साक्षात्कार की बात करें तो उसमें एक समर्थक ने तो यहां तक कह दिया कि यदि असांजे का प्रत्यर्पण होता है तो वह उनके लिए मौत के समान होगा। इतना ही नहीं अभिनेत्री पॉमेला एंडरसन भी उनके प्रत्यर्पण का विरोध कर चुकी हैं।
लंदन के केंद्रीय आपराधिक कोर्ट ओल्ड बेली में शुरू हुई ये सुनवाई करीब महीनेभर तक चल सकती है। जानकारों की मानें तो असांजे का पक्ष काफी मजबूत है, लेकिन इस सुनवाई के दौरान जो भी पक्ष हारता है तो उसे आगे अपील करने का अधिकार होगा। ऐसे में असांजे की जेल अवधि फिलहाल बने रहने के चांस अधिक हैं।