— इसलिए किलो में नहीं नग में बिक रहा
अमरूद एक और वजन भी एक किलो, जींद के छोटे से गांव कंडेला में इन दिनों सेब से ज्यादा अमरूद का भाव लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। यह अमरूद प्रति किलो नहीं बल्कि प्रति नग में मिल रहा है। सेब से भी महंगे इस अमरूद का वजन 800 ग्राम से 1 किलो तक है, जिसकी कीमत 100 रुपए तक है। यहां के किसान सुनील ने अपने खेत में दो साल पहले तीन एकड़ में जैविक तरीके से अमरूद का बाग लगाया था। जहां एक एकड़ में थाईलैंड की किस्म के अमरूद लगाए थे। इस साल यहां बड़ी मात्रा में अमरूदों का उत्पादन हुआ।
इस तरह करते हैं बचाव :
फलों की बेहतर गुणवत्ता के लिए सुनील ने ट्रिपल प्रोटेक्शन फॉम से फलों को कवर किया। जिससे उन पर गर्मी, सर्दी, धूल व बीमारियों का सीधा असर ना पड़े। जिससे फलों के आकार पर काफी प्रभाव पड़ा।
गोबर सबसे अच्छा कीटनाशक :
अच्छे फलों के लिए गाय के गोबर व मूत्र को खाद के रूप में प्रयोग करना काफी अच्छा रहा है। खाद व मूत्र में डी-कंपोजर डाल कर जैविक खाद बनाई जाती है जिससे लागत में तो कमी आती ही है। साथ ही फसल में किसी तरह के कीटनाशकों का प्रयोग भी नहीं करना पड़ता।