आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत अपनी तीखी बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं। देश में एक तरफ सीएए और एनआरसी का मुद्दा गर्माया हुआ है वहीं चार दिवसीय दौरे पर मुरादाबाद पहुंचे भागवत ने एक और मुद्दे पर अपना रूख स्पष्ट कर दिया है। शुक्रवार को रामगंगा विहार स्थित मुरादाबाद इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (एमआईटी) के सभागार में जिज्ञासा समाधान सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे भागवत ने इशारों ही इशारों में यह समझा दिया कि संघ का अगला कदम देश में दो बच्चों से जुड़ा कानून हो सकता है। जिसके लिए संघ पहले से पैरवी करता रहा है।
उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर संघ का समर्थन पहले से ही रहा है। और यदि इस संबंध में कोई कानून बनता है तो उसका भी पूरा समर्थन आरएसएस करेगा। हालांकि इस पर फैसला तो सरकार को ही लेना होगा।
मिली जानकारी के अनुसार सरसंघचालक भागवत ने दूसरा बड़ा बयान ये भी दिया कि काशी मथुरा का नाम संघ के ऐजेंडे में कभी नहीं रहा। यहां तक कि अयोध्या मामले में भी हमारी भूमिका सिर्फ ट्रस्ट निर्माण तक उसके बाद मंदिर निर्माण में संघ का किसी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नहीं रहेगा।
साथ ही उन्होंने सीएए पर दो टूक कहा कि सरकार के इस फैसले को लेकर पूरी तरह से समर्थन में है और पीछे हटने का तो कोई सवाल ही नहीं बनता। संघ शुरू से ही 370 को हटाने के पक्ष में था।