Rajasthan. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से तनातनी के बाद विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी बना मैदान में ताल ठोकने एवं बाद में कांग्रेस में शामिल होने वाले राजस्थान के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी आज भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा प्रदेश कार्यालय में शनिवार को पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने दुपट्टा पहनाकर पार्टी में शामिल किया। डाॅ. पूनियां ने कहा कि पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर घनश्याम तिवाड़ी की भाजपा में वापसी हुई है। तिवाड़ी विचार, परिवार एवं संगठन के वरिष्ठ, अनुभवी एवं पुराने सदस्य हैं। वे अपने घर वापस आ गए हैं।
2018 में बनाई खुद की पार्टी :
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से तनातनी एवं पार्टी में अंदरूनी अनबन के चलते तिवाड़ी ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद 20 जून 2018 को ‘भारत वाहिनी’ नाम से पार्टी बनाई। पार्टी में ज्यादा सफलता नहीं मिली तो कांग्रेस में शामिल हो गए। बताया जाता है कि तिवाड़ी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी थे और उन्हीं के कहने पर पार्टी में शामिल हुए, लेकिन पार्टी में कभी सक्रिय नहीं दिखे।
कांग्रेस की सदस्यता कभी नहीं की ग्रहण :
भाजपा कार्यालय पर प्रेस को संबोधित करते हुए तिवाड़ी ने कहा कि वह जिन मुद्दों को लेकर पार्टी छोड़ी थी। अब वह मुद्दे खत्म हो चुके हैं। अब एक तरह से स्लेट बिल्कुल साफ है। इस पर हम सब मिलकर नई इबारत लिखेंगे। यहां उन्होंने एक बात साफतौर पर कही कि उन्होंने कभी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण नहीं की और न ही उनके किसी कार्यक्रम में गए। केवल एक बार उनका मंच शेयर किया था, उस दौरान भी उन्होंने संघ के प्रति निष्ठा जाहिर की थी।
पीएम की तारीफ में कहा —
तिवाड़ी ने पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व एवं प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि खेद प्रकट करने के बाद भी उन्होंने पार्टी में शामिल करने का निर्णय लिया। साथ ही तिवाड़ी ने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी ने चाहे वह धारा 370 और 35ए हटाने का मामला हो, भगवान श्रीराम के अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण एवं ट्रिपल तलाक कानून जैसे कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। जिनके लिए वह भाजपा में रहते हुए सतत प्रयास करते रहे हैं।