राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच आज दो तस्वीरें सामने आईं। इनमें पहली तो ये कि सचिन पायलट प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से मिले। इनके बीच कई घंटे बातचीत का दौर चला। दूसरी तस्वीर राजस्थान से आई जहां सचिन पायलट खेमे के विधायक भंवरलाल शर्मा ने सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की। मुलाकात के बाद भंवरलाल शर्मा मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया कि गहलोत सरकार को किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।
हालांकि इस दौरान विधायक से जब पूछा गया कि क्या उनके साथ सचिन पायलट और अन्य विधायक भी आ रहे हैं तो उन्होंने जवाब में कहा कि सचिन पायलट बड़े आदमी हैं, उनकी वो जानें। साथ ही मीडिया की ओर से जब फोन टैपिंग मामले में पूछा तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था। वह कोई गजेंद्र सिंह शेखावत को नहीं जानते। ये सब झूठा मामला है। यदि सच होता तो एसओजी इस मामले में एफआर क्यों लगाती?
होटल में ठहरने को लेकर शर्मा ने कहा कि वह किसी गुट के साथ नहीं ठहरे और कौन विधायक कहां ठहरा हुआ है, उन्हें इस बारे में भी किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है। वह सिर्फ अपने बारे में बता सकते हैं। वह सरकार के साथ हैं। अशोक गहलोत उनके नेता हैं। सरकार 5 साल चलेगी और वह भी अब अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों के बीच में जाकर उनकी सेवा करने को तैयार हैं।
उधर सचिन पायलट से मुलाकात के बाद राहुल और प्रियंका ने सोनिया गांधी से मिले। खबर है कि सचिन पायलट कांग्रेस पार्टी में रहकर राजस्थान में काम करने के लिए तैयार हो गए हैं। इस मामले में एआईसीसी की ओर से एक लैटर जारी किया गया जिसमें सचिन पायलट एवं अन्य साथी विधायकों के मामले की जांच के लिए 3 लोगों की एक कमेटी बनाई जाएगी। जो इस मामले को देखेगी। जैसे-जैसे विधानसभा सत्र की तारीख नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे राजस्थान की राजनीति में हलचल तेज होती जा रही है। आज के परिदृश्य को देखकर लग रहा है कि इस कहानी का अब जल्द पटाक्षेप होने वाला है।