– बुलेट से नहीं वॉलेट से देना होगा जवाब..
भारत चीन संबंधों को लेकर प्रसिद्ध पर्यावरणविद एवं इनोवेटर सोनम वांगचुक ने अपना पक्ष रखते हुए एक विडियो जारी किया है। जिसको लेकर वांगचुक एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं। वांगचुक ने इस विडियो के भीतर चीन से किस प्रकार बदला लिया जाए इसको लेकर कुछ महत्वपूर्ण बातें कही हैं। उन्होंने कहा है कि यदि आज भारत ऐसा नहीं करता है, तो ये देश के लिए बड़े ही बदनसीबी की बात होगी। फिलहाल यह विडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। याद रहे ये वही सोनम वांगचुक हैं जिन पर प्रसिद्ध बॉलीवुड फिल्म ‘3 इडियट्स’ बनाई गई थी।
चीन और भारत के बीच फिलहाल जो तनाव और टकराव की स्थिति बनी है। सामान्यत: देखा गया है कि जब सीमा पर तनाव होता है जो अक्सर हम आराम से घरों में सो जाते हैं। ऐसा सोचकर कि सैनिक इसका जवाब दे देंगे। लेकिन इस बार सैनिक जवाब नहीं बल्कि दो तरफा जवाब हो और उसमें नागरिक जवाब भी हो। उन्होंने कहा कि दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू और देश के तमाम शहरों से वो क्या कर सकते हैं। इसके बारे में भी विस्तार से बताया है।
इसलिए ऐसा कर रहा है चीन :
पिछले काफी समय से चीन भारत ही नहीं बल्कि ताईवान, फिलीपींस और अब हांगकांग के साथ भी छेड़खानी कर रहा है। वांगचुक ने बताया कि चीन ऐसा किसी दुश्मनी की वजह से नहीं बल्कि अपने अंदर की समस्याओं को सुलझाने के लिए कर रहा है। क्योंकि वर्तमान में चीन को सबसे बड़ा डर उसको खुद की 140 करोड़ की जनता से है। जो कि एक बंधुआ मजदूर की तरह तानाशाह के नीचे दिन रात मेहनत कर देश को धनवान बनाने में लगी हुई है। और जब वह नाराज हो जाए तो एक क्रांति के जैसी स्थिति बन पड़ती है। और इससे चीन बहुत डरता है।
चीन में हालात खराब :
आज चीन में कोरोना के बाद फैक्ट्रियां, एक्सपोर्ट सब बंद है। चीन में बेरोजगारी 20 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है। उसे डर है कि यहां कि जनता कोई विद्रोह न कर दे। वह कोई तख्तापलट न कर दे। इसीलिए वह अपने पडोसी देशों के साथ दुश्मनी के बहाने अपने देश की जनता को जोड़कर रखना चाहता है। चीन ऐसा पहली बार नहीं कर रहा, आपको याद होगा 1962 में जब भारत के साथ जंग हुई थी तो वह भी उसने अपनी जनता को संभालने के लिए की थी। क्योंकि उस दौरान वहां 4 साल के अकाल और भुखमरी से त्रस्त जनता का ध्यान हटाने के लिए उसने यह जंग करी थी।
यहां देखें पूरा विडियो —
अर्थव्यवस्था पर करनी होगी चोट :
इस बार चीन से लड़ने के लिए बुलेट नहीं बल्कि जनता का वॉलेट काम आने वाला है। भारत की करीब 130 करोड़ की जनता और करीब 3 करोड़ भारतीय तो विदेशों में रह रहे हैं। उन सभी को मिलकर बॉयकॉट मेड इन चाइना सामान या एक अभियान की शुरुआत करें। क्योंकि इस समय देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में चीन के प्रति भारी रोष है। ऐसे में चीनी व्यापार का बड़े स्तर पर बॉयकॉट हो। जिससे वहां की अर्थव्यवस्था डगमगा जाए। और जिस तख्तापलट का उसे डर है, वो आसान हो जाए।