याचना नहीं अब रण होगा… बीजेपी का अंत होगा! आज कुछ इसी अंदाज में बोले कांग्रेस के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास। मौका था राजधानी जयपुर में कांग्रेस पार्टी की ओर से दिए जा रहे धरने का। बता दें कि शनिवार को राजस्थान कांग्रेस की ओर से प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर बीजेपी द्वारा किए जा रहे लोकतंत्र की हत्या के षड्यंत्र के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान जयपुर में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने धरना स्थल पर मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बीजेपी और उसके नेताओं के नाम ले लेकर उन पर हमला बोला। 19 बागी विधायकों को लेकर कहा कि जब वह अपने क्षेत्रों में वापस जाएंगे तो वहां के कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें काले झंडे दिखाकर उनका स्वागत करेंगे।
इतना ही नहीं मंत्री खाचरियावास ने अपने ही पार्टी के बागी विधायकों को भी खूब खरी खोटी सुनाई। इसमें उनके लपेटे पर आए विधायक वेदप्रकाश सोलंकी। उन्होंने सोलंकी का एक किस्सा सभी को सुना दिया। उन्होंने कहा कि वेदप्रकाश सोलंकी जो कि कांग्रेस के टिकट पर जीते हैं। जब उन्हें पुलिस ने रोका तो कहने लगे कि वो विधायक हैं। दिल्ली जा रहे हैं। आखिर में सीएम से बात हुई तो बोले ‘साहब हम दिल्ली भी नहीं जा सकते क्या, बहुत जरूरी काम है और मैं तो आपका चेला हूं।’
सीएम को पता था कि वह कैंप में शामिल होने के लिए जा रहे हैं मगर उन्होंने फिर भी यह कहते हुए जाने दिया कि जिसका जमीर ही मर गया हो तो ऐसे व्यक्ति को रोकने से भी क्या फायदा। खाचरियावास ने इस बात पर चुटकी लेते हुए कहा कि यदि सीएम गहलोत की जगह बृजकिशोर शर्मा होते तो कहते कि मेरा नाम तो लेना मत पर इसे जाने मत देना’ उनकी इस बात पर जोरदार ठहाका लगा। खाचरियावास ने कहा कि अशोक गहलोत जैसा धीर, गंभीर और विनम्र व्यक्तित्व हर किसी में देखने को नहीं मिलता।
गवर्नर हाउस का घेराव करने की बात को लेकर खाचरियावास बोले कि पहले तो बीजेपी के चोर कह रहे थे कि विधानसभा सत्र क्यों नहीं बुला रहे और अब जब सीएम गहलोत सत्र आहूत करने की मांग कर रहे हैं तो अब तरह तरह की बातें बीजेपी बना रही है। उन्हें पता है यदि विधानसभा सत्र की मंजूरी मिल गई तो सीएम अपना बहुमत भी साबित कर देंगे और साथ ही बागियों का इलाज भी कर देंगे।
बीजेपी पर हमला बोलते हुए खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में बीजेपी के दो सबसे बड़े झूठे लोग सतीश पूनियां और राजेंद्र राठौड़ हैं। वहीं उन्हीं के नेता गुलाबचंद कटारिया को भी शर्म नहीं आती जब वो कहते हैं कि राजस्थान में राजभवन की सुरक्षा के लिए सेंट्रल फोर्स CRPF लगा देनी चाहिए। इसके जवाब में खाचरियावास ने कहा कि ऐसे में फोर्स की गोलियां पड़ जाएंगी लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ता उन पर फिर भी भारी पडेंगे।
धरना स्थल की बात करें तो कोरोना महामारी के इस दौर में जहां एक साथ इतने लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी है वहीं सोशल डिस्टेंसिंग सहित कई नियमों की धज्जियां भी यहां उड़ती नजर आईं। हालांकि अंत में मंत्री ने भी इस बात को माना कि वो संख्या अधिक होने की वजह से कोरोना महामारी के नियमों का पालन नहीं करा पाए, लेकिन आगे ध्यान रखा जाएगा।