– सेवा के क्षेत्र में एक अनूठी मिसाल बन गए थे..
राजस्थान की राजधानी जयपुर में गुलाब जी चाय वाले के नाम से प्रसिद्ध गुलाब धीरावत का आज करीब 95 साल की उम्र में निधन हो गया। बताया जा रहा था कि वह पिछले एक हफ्ते से बीमार चल रहे थे। 1926 में एक जागीरदार परिवार में जन्मे गुलाब धीरावत बड़े ही जिंदादिल इंसान थे।
उनकी चाय के चर्चे तो प्रदेश में थे ही, साथ में अब तो उनकी समाज सेवा के चर्चे भी देशभर में होने लगे थे। उनकी चाय की खासियत की बात की जाए तो राजस्थान का कोई मुख्यमंत्री ऐसा नहीं है जो उनकी चाय पीने के लिए नहीं गया हो। केवल वसुंधरा राजे को छोड़कर।
जिनका नाम ही अपने आप में एक ब्रांड बन गया था। कोई व्यक्ति बाहर से राजस्थान घूमने के लिए आए और राजधानी जयपुर में गुलाब जी की चाय न पीये, भला ये कैसे हो सकता है। इतना ही नहीं उनकी चाय के चर्चे नेताओं से लेकर अभिनेताओं तक पहुंचने लग गये थे। राजस्थानी फिल्मों के अभिनेता श्रवण सागर ने बताया कि कई सेलिब्रिटीज उनके हाथ की चाय पी चुके थे। कई सेलिब्रिटीज उनके हाथ की चाय पी चुके थे। वहीं पिंकसिटी के न जाने कितने ही लोग उनकी चाय के दीवाने थे। आज उन सभी के लिए गुलाब जी के जाने का गहरा धक्का जरूर लगा होगा।
ऐसा था सेवा का नियम :
एक साक्षात्कार के दौरान गुलाब जी ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से करीब 200 गरीब लोगों को सुबह की चाय और ब्रेड अथवा पाव का नाश्ता मुफ्त में करवाते हैं। इतना ही नहीं दिन में करीब 120 जरूरतमंद और भूखे लोगों को भोजन कराने का भी उन्होंने एक नियम सा बना लिया था। यही कारण था कि लोगों के साथ उनका जुड़ाव और गहरा होता चला गया। इसके अलावा वह साल में दो धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करवाते थे। उनके इन कार्यक्रमों में बॉलीवुड के कई नामचीन सिंगर अपनी हाजिरी लगा चुके हैं। इनमें बिस्मिल्लाह खान से लेकर अनुराधा पोडवाल शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बस लता मंगेशकर और आशा भौंसले उनके कार्यक्रम में नहीं आ पाईं।
जब पहली बार शुरुआत की :
1946 में उन्होंने पहली बार चाय बनाकर बेचने का काम शुरू किया था। जागीरदार खानदान से होने के बाद भी उन्होंने चाय बेचने का काम शुरू किया। इसके पीछे उनका मकसद अपनी मेहनत के बलबूते दूसरों की सेवा करने का था। उसके बाद जयपुर के एमआई रोड पर एक छोटी सी दुकान में चाय बनाकर बेचना शुरू किया।
उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि उनका नाम ही आगे चलकर एक ब्रांड बन जाएगा। उन्होंने चाय की क्वालिटी के साथ कभी समझौता नहीं किया। यही वजह थी कि वह अन्य चाय वालों से अधिक पैसे लिया करते थे। वर्तमान में भी जब सभी जगह 5 रुपए में चाय मिल जाती है। वहीं गुलाब जी के यहां चाय की रेट 20 रुपए होती है। आज शहर में अलग अलग जगहों पर उनके नाम के तीन आधुनिक आउटलेट्स संचालित किए जा रहे हैं।