राजस्थान में कोरोना महामारी (Coronavirus) के प्रकोप से अब सरकार के वो नुमाइंदे भी नहीं बचे हैं जिन पर प्रदेश को बचाने की जिम्मेदारी थी। जी हां, प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा भी अब कोरोना महामारी की चपेट में आ चुके हैं। गौरतलब है कि पिछली सरकार में चिकित्सा मंत्री रहे कालीचरण सराफ की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है। बताया जा रहा है कि दोनों को आरयूएचएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बता दें कि प्रदेश में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। ऐसे में इनके अलावा पक्ष और विपक्ष के कई बड़े नेता भी इससे अछूते नहीं रहे हैं।
आधी कैबिनेट पॉजिटिव :
राजस्थान की मौजूदा सरकार की बात करें तो करीब आधी कैबिनेट कोरोना महामारी की चपेट में आ चुकी है। शुरुआत कृषि मंत्री लालचंद कटारिया से हुई जो कि सियासी संकट के दौरान हुई बाडेबंदी में पॉजिटिव पाए गए। वहीं इसमें नया नाम अब चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा का भी जुड़ गया है। जो पिछले 8 महीनों से लगातार सक्रिय तौर पर कोरोना की चुनौती से लड़ रहे थे।
ऐसा नहीं है कि गहलोत सरकार के मंत्री ही कोरोना की गिरफ्त में आए हों, बीजेपी के भी तमाम नेता अपने आप को कोरोना की चपेट में आने से नहीं बचा सके। इनमें प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया से लेकर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ एवं केंद्रीय मंत्री सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम भी शामिल है। दोनों ही पार्टियों की फेहरिस्त बड़ी लंबी है। इनमें से कुछ खास नाम नीचे दिए गए हैं।
बीजेपी-कांग्रेस के पॉजिटिव नेता :
गहलोत कैबिनेट में 10 में से 5 मंत्री कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। इनमें कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, जलदाय मंत्री बीडी कल्ला, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, उदयलाल आंजना, विश्वेंद्र सिंह, सचिन पायलट, भजन लाल जाटव, सुखराम विश्नोई आदि की रिपोर्ट अब तक पॉजिटिव आ चुकी है। वहीं विधायकों की बात करें तो संख्या दर्जनों में है।
विपक्षी पार्टी भाजपा की बात करें तो पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, अशोक लाहोटी, अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी, राजेन्द्र गहलोत, हनुमान बेनीवाल एवं अनीता बधेल आदि का नाम शामिल है। इनमें से अधिकांश अब कोरोना के कहर से उबर चुके हैं। वहीं इनके अलावा दर्जनों विधायक ऐसे हैं जो कोरोना से संक्रमित हैं।