जयपुर. शुक्रवार की दोपहर 1 बजे परिवहन मार्ग (jaipur) पर घायल पड़े एक व्यक्ति की जब किसी ने मदद नहीं की तो इंसानियत शर्मसार हो गई। वहीं प्रशासन पर भी सवाल तब उठ खड़े हुए जब शिकायत करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची। सोचिए ये राजधानी के हाल हैं जहां से रेलवे जंक्शन (railway junction) की दूरी महज चंद कदमों पर थी। साथ ही थाना भी कोई ज्यादा दूरी पर नहीं था। रेलवे स्टेशन स्थित मैट्रो स्टेशन की ही तो बात थी।
काफी देर तक लोग तमाशबीन बने रहे। जैसे न तो वह एंबुलेंस बुलाना जानते थे और न ही पुलिस को सूचना देना। अचानक वहां से गुजर रहे पत्रकार गोविंद सिंह (journalist) की नजर उस व्यक्ति पर पड़ी तो उन्होंने तुरंत 108 पर फोन कर घायल की सूचना दी, लेकिन कोई एंबुलेंस नहीं आई। उसके बाद पत्रकार ने स्थानीय विधायक एवं मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (pratap singh khachariyawas) को फोन कर घटना की सूचना दी। मंत्री ने तुरंत थाने से पुलिसकर्मी भेजने का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर पुलिस की गाड़ी पहुंची और घायल को हॉस्पीटल पहुंचाया।
इस तरह से स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही सरकार की ओर से शुरू की गई इमरजेंसी चिकित्सा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करती है।