– अगले दिन चिकित्सा मंत्री ने डॉक्टरों की टीम को दी बधाई..
राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में शुक्रवार की रात एक बच्ची को भर्ती करवाया गया जिसका पंजा हाथ से बिलकुल अलग हो रखा था। लेकिन एसएमएस के डॉक्टर्स ने कोरोना संक्रमण का विशेष ध्यान रखते हुए बच्ची के हाथ को जोड़ने का कारनामा कर दिखाया। शनिवार की सुबह जब इस बात की खबर चिकित्सा मंत्री रघु को लगी तो उन्होंने हॉस्पिटल अधीक्षक एवं डॉक्टर्स की उस टीम को बधाई दी।
परिजन बोले :
शनिवार को राधिका के साथ ही उसके परिवार वाले काफी खुश थे। परिवार के लोगों के कहना था कि वाकई में डॉक्टर धरती पर भगवान का दूसरा रूप हैं। वरना जब उन्होंने कटे हुए हाथ को देखा तो यकीन नहीं था कि ये वापस जुड़ जाएगा।
ये था मामला :
बता दें कि शुक्रवार की रात करीब 11 बजे इटावा की 7 वर्षीय एक लड़की को एसएमएस हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया था। एसएमएस अधीक्षक डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि लड़की का नाम राधिका था। जिसका आरा मशीन में आने से कट गया था। उन्होंने बताया कि लड़की का पंजा, हाथ से बिलकुल अलग हो गया था। जिसकी गंभीरता को देखते हुए करीब 12 बजे डॉक्टर्स ने ऑपरेशन शुरू किया। जो कि सुबह के 4 बजे तक चला। 4 घंटे चले इस ऑपरेशन के बाद लड़की के पंजे को हाथ से जोड़ दिया गया।
इस दौरान कोरोना संक्रमण एवं बचाव के सभी इंतजामात के साथ विशेष सावधानी ख्याल रखा गया। इस ऑपरेशन में डॉ. प्रदीप गोयल मुख्य सर्जन थे। जिन्होंने इस सर्जरी को अंजाम दिया। उनके अलावा इस ऑपरेशन में प्लास्टिक सर्जरी की टीम एवं एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टर्स भी शामिल थे। जिन्होंने मिलकर इस सर्जरी को सफल बनाया।