Rajasthan Coronavirus Update: प्रदेश में कोरोना की इस भयानक स्थिति को समझने के लिए यदि हम 2 महीने पीछे चलें तो जुलाई माह में कोरोना के प्रतिदिन मामले करीब 250 से 300 के बीच आ रहे थे। वहीं सितंबर माह की बात करें तो ये संख्या प्रतिदिन 1500 से 2000 के बीच पहुंच चुकी है। यही कारण है कि सरकार को कोरोना के संवेदनशील इलाकों में 31 अक्टूबर तक धारा 144 लगानी पड़ी। इसमें सरकार ने उन 11 जिलों को शामिल किया है, जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
1 जुलाई 2020 को राजस्थान में कोरोना के कुल मामले केवल 18,345 ही थे। जो दो से ढाई महीने के भीतर 1,14,841 हो चुके हैं। यानी करीब 80 दिनों में 6 गुना तक बढ़ गए। राजस्थान में 1 जुलाई को कोरोना के केवल 298 मामले सामने आए थे। इनमें से सर्वाधिक 47 मामले अलवर जिले से मिले थे। जबकि 20 सितंबर को 1865 मामले सामने आए हैं।
सैंपल्स की संख्या 3 गुना ही बढ़ पाई :
प्रदेश में सैंपल कलेक्शन की बात करें तो 1 जुलाई तक प्रदेश में कुल 8 लाख 39 हजार 370 लोगों के सैंपल लिए जा चुके थे। वहीं 20 सितंबर तक इनकी संख्या 28 लाख 56 हजार 718 हो चुकी है। यानी करीब ढ़ाई महीने के भीतर सैंपल जांच में 3 गुना ही वृद्धि हो पाई है। जबकि कोरोना मामलों की संख्या में 6 गुना का इजाफा हुआ है।
ये वो जिले जहां धारा 144 लगाई गई :
इन 11 जिला मुख्यालय में धारा 144 रहेगी। एक स्थान पर पांच से अधिक लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर प्रतिबंध रहेगा।
पाली
कोटा
नागौर
सीकर
जयपुर
अलवर
जोधपुर
अजमेर
उदयपुर
बीकानेर
भीलवाड़ा
इन पर फिर से लगाई रोक :
अब शादी समारोह में 50 और अंतिम संस्कार में 20 लोग ही आ सकेंगे। इसके लिए एसडीएम से अनुमति लेनी होगी। गृह विभाग के आदेश के अनुसार प्रदेश में किसी भी प्रकार के सामाजिक एवं धार्मिक आयोजन पर 31 अक्टूबर तक रोक को जारी रखने का निर्णय लिया है।