भारत की ओलंपिक्स क्वालीफायर में भेजे जाने वाले खिलाड़ियों के नाम पर चली आ रही बहस पर आखिरकार विराम लग गया है। छह साल की वर्ल्ड चैंपियन एमसी मैरीकॉम ने 51 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल राउंड में निखत जरीन को करारी मात देते हुए सारी अटकलों पर विराम लगा दिया है। बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से आयोजित किए गए ट्रायल में मैरीकॉम और निखत अपना अपना बाउट जीत कर पहुंची थीं। जिसके बाद दोनों के बीच इंदिरा गांधी स्टेडियम में फाइनल राउंड का मुकाबला हुआ। इस फाइनल राउंड में मैरीकॉम ने 9-1 की बढ़त के साथ निखत के विरुद्ध जीत हासिल की। यह मैरी की निखत के खिलाफ तीसरी जीत है।
महिला केटेगरी के दो दिवसीय हुए इस ट्रायल में 51 किलोग्राम के पहले राउंड में मैरीकॉम का मुकाबला रितू ग्रेवाल से हुआ था, जिसे उन्होंने 10-0 से हराया। वही निखत का मुकाबला ज्योति से हुआ, जिसे निखत ने भी 10-0 से आसानी से हरा दिया।
आपको बता दें कि इस ट्रायल का आयोजन काफी विवादों के बाद हुआ है। निखत ने टोक्यो ओलंपिक्स में भारत की तरफ से भेजे जाने वाले खिलाड़ियों को उचित मौका नहीं देने पर सवाल उठाए थे। दरअसल, बॉक्सिंग फेडरेशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने ओलंपिक्स क्वालीफायर में भेजे जाने वाले खिलाड़ियों में मैरीकॉम का नाम लिया था। जिसके बाद निखत ने बॉक्सिंग फेडरेशन के इस फैसले के खिलाफ खेल मंत्री किरन रिजिजू को चिटठी लिखी थी।
इस साल मैरीकॉम ने रूस के उलन-उडे में हुए वीमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप के 51 किलोग्राम कैटेगरी के सेमीफाइनल में कांस्य पदक जीता था। अब मैरीकॉम अगले साल होने जा रहे टोक्यो ओलंपिक्स के क्वालीफायर में भारत को रिप्रेजेंट करेंगी।